छत्तीसगढ़ मिलेट कार्निवाल : प्रसिद्ध शेफ विकास चावला ने मिलेट्स को भोजन में शामिल करने के बताए फायदे

रायपुर (छत्तीसगढ़)। राजधानी रायपुर के नेताजी सुभाष स्टेडियम में आयोजित छत्तीसगढ़ मिलेट कार्निवाल के दूसरे दिन आज प्रसिद्ध शेफ विकास चावला ने मिलेट्स को भोजन में शामिल करने के फायदे बताए। उन्होंने मूली मिलेट्स का पराठा और सावा की खिचड़ी बनाकर लोगों को खिलाया। इसके साथ उन्होंने मिलेट्स को पकाने का सही तरीका बताते हुए दर्शकों को छोटे-छोटे टिप्स भी दिए।
शेफ विकास चावला ने कहा कि भारतीय ग्रंथों में लगभग 8 हजार साल पहले से मिलेट्स का प्रयोग भोजन में होने का उल्लेख मिलता है। कुछ वर्षों से हम मिलेट्स की जगह दूसरे अनाजों का उपयोग करने लगे हैं। फिर से मिलेट्स को दैनिक जीवन के आहार में शामिल करने से हम न सिर्फ बीमारियों से दूर रहेंगे बल्कि अच्छा स्वास्थ भी पा सकेंगे। उन्होंने लोगों की मिलेट्स से संबंधित जिज्ञासाओं और उसके व्यंजन बनाने में आने वाली कठिनाईयों का भी समाधान किया।

शेफ विकास ने बताया कि उनका पूरा परिवार रोजाना भोजन में मिलेट्स का उपयोग करता है। मिलेट्स मोटा अनाज होने के कारण इसे आधा से एक चम्मच घी के साथ खाना चाहिए, जिससे इसका पाचन आसानी से हो सके। उन्होंने बताया कि मिलेट्स को पकाने के पहले पांच से छह घंटे भिगोना चाहिए, जिससे उसके छिलके नरम पड़ जाएं। बाजरा गरम तासीर का होता है इसलिए उसे ठंड में खाएं। ज्वार, सावा जैसे मिलेट्स को किसी भी मौसम में खाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मिलेट्स  डायबिटीज और हार्ट पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद है।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य लघुवनोपज संघ और आईआईएमआर हैदराबाद के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय मिलेट कार्निवाल का आयोजन किया जा रहा है। इस अनूठे कार्निवाल में मिलेट फूड कोर्ट भी लगाया गया है जहां नागरिक मिलेट के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। मिलेट कार्निवाल का उद्देश्य मिलेट को लोगों के दैनिक आहार में शामिल करने तथा इसके पोषक मूल्य के प्रति जनजागरूकता लाना है।