मुंबई। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जनवरी के पहले सप्ताह में शेयर बाजार से 5,900 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की है। पिछले 11 दिनों से लगातार इन निवेशकों ने कुल 14,300 करोड़ रुपये निकाले हैं। हालांकि, दिसंबर में 11,119 करोड़ और नवंबर में 36,239 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। पिछले साल एफआईआई ने भारतीय बाजार से कुल 1.21 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी।
जानकारों का कहना है कि भारतीय बाजार इस समय महंगा है।यहां से निकाली गई रकम चीन और यूरोप जैसे कम प्रदर्शन वाले बाजारों में लगाई जा रही है। ये बाजार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत के अलावा ताइवान और इंडोनेशिया से भी एफआईआई ने पैसे निकाले हैं।वहीं, बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) का कुल बकाया ऊर्जा उत्पादन कंपनियों पर जनवरी में करीब 50 फीसदी घटकर 62,681.68 करोड़ रुपये पहुंच गया।
2021 में इसी महीने में यह 1.21 लाख करोड़ रुपये था।जानकारों की मानें तो सरकार के उठाए कदमों से बकाया घटा है।भारत 12-13 जनवरी को वैश्विक दक्षिण की आवाज शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। वर्चुअली आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में वैश्विक दक्षिण सहित विकासशील देशों को अपने मुद्दों, चिंताओं और प्राथमिकताओं को रखने का मौका मिलेगा।
इसमें हिस्सा लेने के लिये 120 देशों को आमंत्रित किया गया है। इस सम्मेलन का मुख्य विषय यूनिटी आफ वॉयस, यूनिटी आफ पर्पज’ है। उधर, सम्मेलन में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस जो मुद्दे उठाए जाने हैं, उन्हें लेकर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख पहले से ही काफी मुखर रहे हैं।