मुंबई। महाराष्ट्र देश का एक उन्नत राज्य है और इस शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा प्राप्त है। लेकिन मुंबई और महाराष्ट्र के महत्व को कम करने के लिए बीजेपी साजिश रच रही है। इसके तहत पहले यहां के उद्योगों को गुजरात भेजने के बाद महाराष्ट्र के हिस्से के बाकी उद्योग को बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में भेजने की एक चालाक योजना बनाई गई है।
बीजेपी पर यह गंभीर आरोप महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने लगाया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस की ईडी सरकार केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है। इसके तहत ईडी सरकार निवेश के नाम पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मेहमाननवाजी में जुटी है।
इस संबंध में आगे बोलते हुए नाना पटोले ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत हीं खराब है। योगी आदित्यनाथ की सरकार कोर्ट और जज के अभाव में बुलडोजर चलाकर गरीब और आम आदमी के घरों को उजाड़ रही है। योगी के राज में महिलाएं अल्पसंख्यक दलित समुदाय सुरक्षित नहीं हैं। वहां के लोग खौफ़ के साए में जी रहे हैं। योगी आदित्यनाथ धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं। ऐसे में कौन कारोबारी इस राज्य में निवेश करने की हिम्मत करेगा जहां धर्म के आधार पर राजनीति कर सरकार चलाई जाती है।
लेकिन महाराष्ट्र में ईडी सरकार की मदद से उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र से महाविकास आघाड़ी सरकार को इसलिए सत्ता से उखाड़ फेंका गया ताकि ईडी सरकार की मदद से केवल भाजपा शासित राज्यों गुजरात मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ाया जाए और महाराष्ट्र के महत्व को कम किया जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मुंबई के फिल्म उद्योग पर योगी आदित्यनाथ की नजर है। इससे पहले भी भाजपा द्वारा इस उद्योग को उत्तर प्रदेश तक ले जाने के कई प्रयास किए गए। माविआ की सरकार के दौरान कई निर्माताओं अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को बदनाम किया गया और उन पर दबाव डाला गया। एक साजिश के तहत मुंबई के बॉलीवुड की इमेज ऐसी बनाने की कोशिश की गई कि फिल्म उद्योग नशे की लत का अड्डा बन गया है। अब एक बार फिर फिल्म उद्योग को उत्तर प्रदेश में ले जाने की कोशिश की जा रही है और इसमें राज्य की खोके सरकार बीजेपी की मदद कर रही है।
नाना पटोले ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि वह उद्योगपतियों से उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ाने की अपील करने के मकसद से मुंबई आए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि निवेश के लिए मुंबई में रोड शो करने की क्या जरूरत है? कौन से उद्योगपति सड़क पर खड़े होकर उनसे मिलने वाले हैं? नाना पटोले ने यह भी कहा कि भाजपा का एजेंडा केवल निवेश के नाम पर मुंबई और महाराष्ट्र के महत्व को कम करना है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस साजिश में महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार भी बीजेपी का साथ दे रही है।