एक सप्ताह में तीन कालेज छात्राओं ने की आत्महत्या, चौथी ने हाथ की नस काटी, ब्लेकमेलिंग का अंदेशा

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सीतापुर के एक कॉलेज में तीन छात्राओं ने सात दिन के अंदर सुसाइड कर लिया। वहीं, एक छात्रा के हाथ की नस कटने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के कमलापुर में स्थित आरबीएसएस कॉलेज की अंदर तीन छात्राओं के सात दिन के अंदर एक के बाद एक आत्महत्या करने से इलाके में सनसनी फैली है।

तीनों लड़कियां नाबालिग हैं। तीनों लड़कियों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम ही कर दिया गया। पहले 11वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने आत्महत्या की। उसके बाद 12वीं में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने आत्महत्या की। अब 10वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने अपने हाथ की नस काट ली है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस मामले में विद्यालय प्रशासन ने जांच कमेटी बैठाई है।

पुलिस ने पूरे मामले में स्वत संज्ञान लेकर मामले दर्ज कर लिया, जिसके बाद तकरीबन एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, सबसे पहले एक नाबालिग लड़की ने फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी। इसके बाद एक छात्रा ने नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली। तीसरी छात्रा ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली।

इस मामले में सीतापुर के एडिशनल सुपरिटेंडेंट पुलिस एनपी सिंह का कहना है, ‘तीनों सुसाइड में यह कॉमन है कि सभी एक ही स्कूल की छात्राएं हैं। मगर, उनके खुदकुशी करने का तरीका अलग-अलग है। हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। फिलहाल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्यवाही की जा रही है।’

कॉलेज के प्रिंसिपल साकिब जमाल अंसारी का कहना है कि तीनों छात्राएं कॉलेज में पढ़ती तो जरूर थीं। मगर, कोरोना की वजह से सबकी ऑनलाइन क्लॉसेज शुरू हो गई थीं। सभी के पास मोबाइल था. जिस ग्रुप के जरिए लड़कियां पढ़ाई करती थीं, उसमें लड़के भी जुड़े थे। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हमने भी जांच कमेटी बनाई है।
प्रिंसिपल साकिब जमाल अंसारी ने कहा, ‘पुलिस ने एक ऐसे शख्स को हिरासत में लिया है, जो अपने आपको आर्मी का कैप्टन बताता था। शक है कि यह शख्स इन लड़कियों के साथ जुड़ा हुआ था। वह इन लड़कियों को अग्निवीर बनाने के बहाने उनके करीब आया, फिर दोस्ती बढ़ गई और हो सकता है उसके पास इन लड़कियों के कुछ वीडियो हों, जिससे वह इन्हें ब्लैकमेल करता होगा।’

आत्महत्या करने वाली एक लड़की की भाई के मुताबिक, ‘मृतका को प्रताड़ित किया गया था। इसके बाद उसने नदी में कूदकर जान दे दी। हमारी बहन कहां जाती थी? किससे मिलती थी? यह सब कुछ लोगों को पता था। उसे प्रताड़ित किया जा रहा था. कई लोगों को पुलिस पकड़ कर लाई है। गांव में सब डरे हुए हैं। कोई बोलता नहीं है।’