हनी ट्रैप का शिकार होने के कारण लिंगायत मंहत ने की थी आत्महत्या, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा

नई दिल्ली। कर्नाटक में सोमवार को आत्महत्या करनवाले 45 वर्षीय लिंगायत साधु ‘हनी ट्रैप’ का शिकार हुए थे। एक महिला ने उनके साथ ‘अश्लील वीडियो कॉल’ की थी और उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था। जांचकर्ताओं ने बताया कि सुसाइड नोट में मठ से जुड़े दो नाम हैं। सूत्रों के अनुसार महिला ने साधु के साथ निजी पलों को अपने फोन के स्क्रीन-रिकॉर्डिंग फ़ंक्शन का उपयोग करके रिकॉर्ड किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि “एक अज्ञात महिला ने मेरे साथ ये सब किया है।”

एक जांच अधिकारी ने कहा, “महिला और कुछ अन्य लोगों ने साधु को धमकी दी कि वे चार अश्लील वीडियो जारी करेंगे। हमारे पास लीड हैं कि ये लोग कौन हैं।”

बता दें लिंगायत संप्रदाय के महंत बसवलिंग स्वामी सोमवार को कर्नाटक के रामनगर जिले के कंतुगल मठ में अपने कमरे की खिड़की की ग्रील से लटके पाए गए थे। महंत बसवलिंग स्वामी कंतुगल मठ के प्रमुख महंत थे। संत ने दो पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि कुछ लोग उनका उत्पीड़न कर रहे थे।

उत्पीड़न करने वाले महंत को उनके पद से हटाना चाहते थे। बसवलिंग स्वामी पिछले 25 सालों से कंतुगल मठ के प्रमुख महंत थे। कुदुर थाने में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है। आपको बता दें कि कर्नाटक में लिंगायत संप्रदाय काफी प्रभावशाली माना जाता है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी इसी संप्रदाय से आते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा भी इसी संप्रदाय के हैं।