रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के लोगों को वाहनों के लर्निंग लाइसेंस अब परिवहन सेवा केंद्रों से मिलेंगे। इसके लिए प्रदेश में 1000 सेवा केंद्र खोले जाने का निर्णय परिवहन विभाग ने लिया है। सेवा केंद्र में लर्निंग लाइसेंस बनेंगे। इन सेवा केन्द्रों से आवेदकों को लाभ मिलने के साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर में खुलेंगे। बता दें कि परिवहन सेवा केंद्र खोलने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीते 26 जनवरी को घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद इस संबंध में प्रक्रिया शुरू हो गई है। सुविधा केंद्र के लिए आवेदन मंगाए जा रहे हैं। इसके लिए कोई व्यक्ति, संगठन, संघ, पंजीकृत स्व सहायता समूह, सहकारी समिति या कोई भी विधिक इकाई पात्र होंगे। परिवहन सुविधा केंद्रों की स्थापना से करीब पांच हजार युवाओं के रोजगार सृजन की संभावना भी बनेगी।
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, परिवहन सुविधा केंद्रों में लर्निंग लाइसेंस के अलावा अन्य परिवहन संबंधी सेवा के लिए आवेदन किया जा सकेगा। मार्गदर्शिका में परिवहन सुविधा केंद्रों में विभिन्ना सेवाओं के लिए शुल्क भी निर्धारित किया गया है।
राज्य में परिवहन सुविधा केंद्रों की स्थापना का सबसे बड़ा लाभ आम जनता को होगा। अब तक सही जानकारी के अभाव में बड़ी संख्या में लोग अनाधिकृत एजेंटों से संपर्क कर परिवहन संबंधी सेवा के लिए आवेदन करते हैं। इससे उन्हें समय अधिक लगने के साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता रहा है। परिवहन संबंधी सुविधाओं के लिए अनाधिकृत एजेंटों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी।
परिवहन सुविधा केंद्र में शिक्षार्थी लाइसेंस के अतिरिक्त अन्य परिवहन सेवाओं के लिए फार्म भरना, आनलाइन भुगतान करना, आवश्यक दस्तावेज स्कैन कर अपलोड करना एवं निर्धारित प्रपत्र में प्रिंट आउट देने का काम कर सकते हैं।

