नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए चुनाव मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए वाटरलू साबित हो रहा है। खासतौर से पंजाब इस रिजल्ट में सबसे आगे रहा है। वहीं उत्तराखंड में भी भाजपा के सीएम और आप और कांग्रेस की ओर से सीएम का चेहरा बनाए गए प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला शहर से चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब और भदौर सीट से हार गए हैं। कांग्रेस ने दलित चेहरे के तौर पर चन्नी को सीएम पद का चेहरा घोषित किया था। पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल लांबी सीट से हार के कगार पर हैं। उनके बेटे पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल जलालाबाद सीट भी हार गए हैं। पंजाब में कांग्रेस की हालत इतनी खराब हो गई है कि दलित सीएम चेहरा के तौर पर पेश किए गए चन्नी दोनों सीटों से चुनाव हार गए हैं। उन्होंने चमकौर साहिब और भदौर सीट से चुनाव लड़ा था। आम आदमी पार्टी की पंजाब में आंधी में कई दिग्गज नेताओं को धूल चटा दी।
पंजाब में अकाली दल ने इस बार बसपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। कृषि कानूनों के मुद्दे पर अकाली दल ने एनडीए का साथ छोड़ दिया था। वहीं बीजेपी इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ रही थी। लेकिन अमरिंदर सिंह खुद अपने गढ़ में चुनाव हार गए।उन्हें आप के अजीत पाल ने हराया। वहीं पंजाब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी चुनाव हार गए है।
उत्तराखंड सीएम पुष्कर धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं। उन्हें करीब 7 हजार वोटों से शिकस्त मिली। कांग्रेस से सीएम पद के उम्मीदवार हरीश रावत लालकुआं सीट से चुनाव हार गए हैं, वो पार्टी को जीत दिलाने में भी नाकाम दिख रहे हैं। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल भी गंगोत्री सीट से चुनाव हार गए।
