दुर्ग (छत्तीसगढ़)। देश भर में कल 16 जनवरी से प्रारंभ होने वाले कोरोना वैक्सीनैशन अभियान के तहत पहले दिन दुर्ग जिले 100 कोरोना वारियर्स को वैक्सीन की पहली डोज जी दाएगी। पहले दिन जिले में 5 चिंहित केंद्रों में वैक्सीनेश किया जाएगा। 18 से 30 जनवरी तक मंगलवार, शुक्रवार व शासकीय अवकाशों को छोड़कर 13 केंद्रों में वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक केंद्र में 5-5 वैक्सीनेशन आफिसर (वीओ) नियुक्त किए गए है। वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग के एप्लिकेशन अथवा पोर्टल में पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। यह जानकारी कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे आयोजित मिडिया वर्कशाप में दी।
उन्होंने कहा कि जिले में 16 जनवरी से प्रारंभ होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में अग्रिम पंक्ति के कोरोना वारियर्स यानि कि हेल्थवर्कर्स को, इसके बाद 50 से अधिक आयु के हाई रिस्क ग्रुप को और इसके बाद अन्य जरूरतमंदों को वैक्सीन लगाई जाएगी। दुर्ग जिले में कुल 10260 डोज वैक्सीन उपलब्ध है।
इन केंद्रों में किया जाएगा वैक्सीनेशन
कोरोना नियंत्रण एवं रोकथाम की नोडल अधिकारी दिव्या वैष्णव ने बताया कि 16 जनवरी को कोरोनावायरस वैक्सीन लगाने हेतु 5 केंद्र चयनित किए गए है। जिनमें जिला चिकित्सालय दुर्ग, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र.पाटन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगपुरा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठधाम शामिल है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि 18 जनवरी से 30 जनवरी तक कोरोनावायरस का वैक्सीन लगाने के लिए 13 केंद्र चयनित किए गए हैं। इन केंद्रों में जिला चिकित्सालय दुर्ग, पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी, चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, सिविल अस्पताल सुपेला, सामुदायिक केंद्र पाटन, सामुदायिक केंद्र झीट, सामुदायिक केंद्र धमधा, सामुदायिक केंद्र अहिवारा, सामुदायिक केंद्र कुम्हारी, सामुदायिक केंद्र बोरी, सामुदायिक केंद्र निकुम और सामुदायिक केंद्र उतई शामिल है। मंगलवार, शुक्रवार व शासकीय अवकाशों के दिम वैक्सीनेषन का कार्य बंद रहेगा।
हर स्तर पर नजर रखेंगे वैक्सीनेशन अधिकारी
मीडिया कार्यशाला में बताया गया कि प्रत्येक केंद्र में 05-05 वैक्सिनशन ऑफिसर (वीओ) रहेंगे। वीओ 1 के रूप में पुलिस विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो पहचान के दस्तावेजों की जांच कर सत्यापित करेंगे कि वैक्सिनशन के लिए आया व्यक्ति वहीं है जिसने पंजीकरण करवाया है। वीओ 2 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए उपयोग किए गए एप्लिकेशन में एंट्री एवं अपडेशन का काम करेंगे। वीओ 3 वैक्सीन लगाने का काम करेंगे जिसमें वीओ उनका सहयोग करेंगे। इसके बाद सबसे महत्वपूर्ण ऑब्र्जवेशन या निगरानी की जिम्मेदारी वीओ सम्हालेंगे। जो इस बात की देख रेख करेंगे कि वैक्सीन लगाने के बाद व्यक्ति को कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हुआ। वैक्सीन के बाद 30 मिनट तक व्यक्ति को निगरानी में रखा जाएगा। किसी भी प्रकार की परेशानी एलर्जी इत्यादि होने पर आपातकालीन चिकित्सा की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की विपरीत प्रतिक्रिया होने पर प्रत्येक वैक्सीनशन केंद्र एईएफआई उपचार केंद्र स्थापित किया गया है। सभी केंद्रों में चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है।