नहीं हुआ था आदिवासी किशोरी से गैंगरेप, परिजनों को गुमराह करने गढ़ी थी कहानी

रायपुर (छत्तीसगढ़)। कवर्धा में बीते रविवार की रात आदिवासी किशोरी के साथ हुए कथित गैंगरेप के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। किशोरी के साथ गैंग रेप की वारदात नहीं हुई थी। दरअसल किशोरी ने अपने पुरुष दोस्त के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। वहीं घर वापसी में उसे देरी हो गई थी। डांट से बचने के लिए उसने यह कहानी सुनाई थी।
किशोरी ने पुलिस को बताया था कि उसके साथ सर्किट हाउस और वीआईपी रोड पर गैंगरेप हुआ था। नाबालिग के आरोप पर पुलिस 4 अज्ञात आरोपियों की भी तलाश शुरू कर दी थी। इसके साथ ही सबसे भीड़भाड़ वाले जगह पर गैंगरेप की वारदात होने पर पुलिस को संदेह था। संदेह के आधार पर पुलिस ने किशोरी और उसके साथी से पूछताछ की। दोनों सच्चाई उगल दी।
पुलिस के अनुसार जिस रात को नाबालिग घर देर से पहुंची थी, उस रात को उसके और दोस्त के बीच शारीरित संबंध बने थे। जिसकी वजह से घबरा गई थी। जब घरवालों ने देर से पहुंचने का कारण पूछा तो उसने गैंगरेप की झूठी कहानी बता दी। फिलहाल पुलिस ने नाबालिग के दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है।
होने लगी थी राजनीति
आदिवासी किशोरी के साथ गैंगरेप की इस घटना ने राजनैतिक रंग भी दिया जाने लगा था। बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने जल्द से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए , उन्होंने एसपी सलभ सिन्हा से भी मुलाकात की थी। 

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