दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पुलिस की तगड़ी व्यवस्था और चुस्त निगरानी के बाद भी भाजपा के कार्यकर्ता सोमवार को सीएम के प्रतीक स्वरूप पुतला जलाने में कामयाब रहे। पुलिस ने पुतला जलाने से रोकने के लिए कार्यकर्ताओं के प्रस्तावित स्थल पर पहुंचने से पहले ही एक पुतला छिन लिया था, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस को चकमा देकर दूसरा पुतला आग के हवाले कर दिया। इस बीच पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच काफी छिना-झपटी और धक्का-मुक्की भी हुई। भाजपा कार्यकर्ता सीएम भूपेश बघेल और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे।
जिला भाजयुमो ने मरवाही चुनाव के दौरान भाजपा के पूर्वजों के लेकर सीएम भूपेश बघेल के कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उनके प्रतीक स्वरूप पुतले को जलाकर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके मद्देनजर जिला भाजपा कार्यालय और प्रस्तावित स्थल पुराना बस स्टैंड के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने दोपहर 2 बजे कार्यकर्ता जिला भाजपा कार्यालय से पुतला लेकर पुराना बस स्टैंड के लिए निकले। कार्यकर्ता कचहरी मार्ग पर मजार के पीछे चौक तक पहुंच पाए थे कि पुलिस ने बलपूर्वक पुतला छीन लिया। इससे आक्रोशित कार्यकताओं ने पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी की। इस बीच कार्यकर्ताओं का दूसरा खेमा पुलिस को चकमा देकर पुराना बस स्टैंड पहुंचा और पुतला आग के हवाले कर दिया। हालांकि पुलिस ने इसके बाद यह पुतला भी छीन लिया।
पुतला दहन से पहले पुलिस की जोर-जबरदस्ती से बचने भाजपा के नेताओं ने महिला कार्यकर्ताओं की टीम तैनात कर रखी थी। ये महिलाएं पुलिस के सामने खड़े होकर रोकने का प्रयास करती रहीं, हालांकि इसमें सफलता नहीं मिली और पुलिस ने पुराना बस स्टैंड पहुंचने से पहले ही पुतला छिन लिया। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

