दुर्ग (छत्तीसगढ़)। स्टील कॉलोनी वार्ड क्रमांक 60 स्थित यात्री प्रतिक्षालय पर लगाया गया पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर और पूर्व पार्षद अल्का बाघमार की फोटो एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। पहले फोटो पर सफेद रंग पोता गया था, अब काला रंग पोत दिया गया है। 3 माह में इस तरह की यह दूसरी घटना है।
बता दें कि इससे पहले जून में दोनों नेताओं के साथ नाम पट्टिका में भी सफेद पेंट पोत दिया गया था। तब इसे लेकर भाजपा नेताओं ने सत्तापक्ष से जुड़े लोगों पर संदेह जताया था। अब ताजा घटना को भी नगर निगम में पिछले कई दिनों से चल रही आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। घटना से आहत भाजपा नेताओं ने बुधवार को कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन और मोहन नगर थाना पहुंचे और यहां ज्ञापन सौंपकर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। अन्यथा की स्थिति में भाजपा नेताओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
वार्ड 60 कातुलबोर्ड के स्टील कॉलोनी में भाजपा की पूर्व पार्षद अल्का बाघमार की पार्षद निधि की 3 लाख से बस स्टॉप बनाया गया है। जिसे निगम चुनाव से पहले पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने लोकार्पित किया था। जिस पर पूर्व महापौर व तत्कालीन वार्ड पार्षद अल्का बाघमार की फोटो व नाम की पट्टिका लगाई गई है। उक्त फोटो और पट्टिका को 27 जून को किसी ने पेंट से पोतकर मिटा दिया था। तब भाजपा नेताओं का आरोप लगाया था कि सत्तापक्ष के नेताओं द्वारा निगम में दो कर्मचारियों पर दबाव बनाकर पेंट लगवाया गया था, ताकि मौजूदा पार्षद की फोटो लगवाया जा सके। इस घटना को लेकर भी तब नगर निगम में जमकर हंगामा मचा था। मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा था और इसी तरह मामले की जांच की मांग की थी, लेकिन 15 दिन बाद भी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। इस पर भाजपा नेताओं ने पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर और नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा के नेतृत्व में खुद के खर्च पर नया पोस्टर तैयार कर लगवा लिया था।
भाजपा नेताओं द्वारा खुद पोस्टर लगा लेने के बाद यह मामला शांत हो गया था, लेकिन अब किसी ने दोबारा उसी यात्री प्रतिक्षालय में पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर और पूर्व पार्षद अल्का बाघमार की फोटो पर काला पेंट लगा दिया गया। पेंट पोस्टर पर चेहरे वाले हिस्से पर लगाया गया है। पेंट प्रथम दृष्टया जानबूझकर लगाया जाना दिखाई पड़ रहा है।
भाजपा नेताओं ने कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन और मोहन नगर थाना प्रभारी बृजेश कुशवाहा को ज्ञापन सौंपा। नेताओं ने यहां घटना की जानकारी देकर दोषियों को पकडऩे और कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई नहीं होने की सूरत में नेताओं ने सड़क पर उतरकर आंदोलन की बात भी कही है।