दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष उषा टावरी ने भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय के द्वारा मुख्यमंत्री को राखी के साथ पत्र लिख कर पूर्ण शराबबंदी का वादा पूरा कर छत्तीसगढ़ की बहनों को उपहार देने की मांग को उचित ठहराया है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा इस पर टिप्पणी किये जाने पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को छत्तीसगढ़ के संस्कारों का ज्ञान नहीं है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति बहुत गौरवशाली है जिनमे तीज त्योहारों का बड़ा महत्व है, राखी का भी छत्तीसगढ़ की बहनों के लिए विशेष महत्व है। राखी के अवसर पर भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ सरोज पाण्डेय जी का मुख्यमंत्री को राखी के साथ पत्र लिख कर पूर्ण शराबबंदी की मांग करना, रक्षाबंधन पर्व के भाई-बहन के अनूठी परंपरा के अनुरूप है। सांसद सरोज पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ की बहनों से किया पूर्ण शराबबंदी याद दिलाया है, जिस पर कांग्रेस घटिया राजनीति कर रही है, यह कांग्रेस पार्टी के संस्कार व छोटी मानसिकता का परिचायक है।
जिलाध्यक्ष उषा टावरी ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश व प्रदेशवासियों का होता है। राखी के पर्व के अवसर पर शालीनता व सद्भावना के साथ सांसद सरोज पाण्डेय द्वारा मुख्यमंत्री को राखी व पत्र लिखना छत्तीसगढ़ की बहनों के प्रति उनके अपार लगाव और जनप्रतिनिधि होने के नाते उनकी सजगता को दर्शाता है। सांसद सरोज पाण्डेय भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री होने के साथ पूर्व में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहीं है आज वें राष्ट्र की एक सशक्त महिला नेत्री है, शराब के चलते प्रताड़ित होने वाली छत्तीसगढ़ की बहन बेटियों की पीड़ा को वें बहुत अच्छे से समझती हैं, और यह पहली बार नही है जब सांसद सरोज पाण्डेय ने किसी विषय पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने समय समय पर छत्तीसगढ़ के संवेदनशील विषयों पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। परन्तु आज कांग्रेस को उनका किया वादा याद दिलाने पर झुंझलाहट हो रही है। अपने वादों से मुकरने वाली कांग्रेस पार्टी को एक सांसद द्वारा राखी व पत्र लिखकर उनके वादे याद दिलाने पर टिप्पणी करना शोभा नही देता है।
कांग्रेस ने गंगाजल लेकर खाई थी कसम, भाजपा ने नहीं
जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्ण शराबबंदी का वादा भाजपा ने नहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी ने गंगाजल की कसम लेकर प्रदेश की जनता से किया था। कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति में विधानसभा चुनाव पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गंगाजल हाथ में लेकर कसम खायी थी, कि यदि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती है तो प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे और सरकार बनते ही अपने वादे से मुकरते हुए अपनी बातों से ठीक विपरीत स्वयं शराब बेचने लगे। कांग्रेस पार्टी के चरित्र में दोहरापन है, आज प्रदेश की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। अराजकता व कालाबाजारी चरम पर है, प्रदेश के बेरोजगार युवा हताश व निराश हो कर आत्मघाती कदम उठाने मजबूर हो रहे, जगह जगह शराब दुकानों के संचालन के चलते प्रदेश की बहन बेटियां घरेलु हिंसा से त्रस्त है,उनकी पीड़ा कांग्रेस को दिखाई नही पड़ती पिछले 15 सालों से भाजपा की डॉ.रमन सिंह के सरकार में सुशासन था। प्रदेश विकास व प्रगति के आयाम गढ़ रहा था। आज उसी छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने कर्ज के बोझ तले दबा दिया है, छत्तीसगढ़ में आज जो बदहाली है वह कांग्रेस की देन है।