रायपुर (छत्तीसगढ़)। धान से एथेनॉल बनाए जाने की प्रदेश सरकार की मांग को केन्द्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। अब राज्य का अतिरिक्त धान बायो एथेनॉल बनाने में इस्तेमाल होगा। इससे अतिरिक्त धान के भंडारण की समस्या से निजात मिल जाएगी।
आपको बता दें कि प्रदेश की बघेल सरकार बायो एथेनॉल की मंजूरी के लिए लगातार केंद्र सरकार से मांग कर रही थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इस संबंध में केंद्र सरकार को की पत्र भी लिखे थे। आखिरकार केंद्र से बायो एथेनॉल बनाने की अनुमति मिल गई है। अनुमति के बाद निवेशक भी इस क्षेत्र में निवेश करने में रुचि दिखाने लगे है। एथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इथेनॉल का उत्पादन मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है।
