दिल्ली। आईटी सेक्टर की करीब 85 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। दफ्तर केवल वे ही लोग जा रहे हैं, जिनका जाना बहुत ज़रूरी है। मार्च में सरकार ने आईटी कंपनियों के लिए वर्क फॉम होम की समय सीमा 30 अप्रैल तक तय की थी। लेकिन, कोरोना महामारी के बढ़ते असर के चलते इसे बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दिया गया था। जिसे एक बार फिर बढ़ा दिया गया है।
नैसकॉम (NASSCOM) की अध्यक्ष देवयानी घोष ने ट्वीट कर कहा, ” भारतीय आईटी कंपनियों के सहयोग के लिए रविशंकर प्रसाद और टेलीकॉम डिपार्टमेंट के सेक्रटरी को धन्यवाद। इससे बिज़नस कम्युनिटी और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इसके साथ ही दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में हमारा टेलेंट पूल बढ़ेगा। ‘
केंद्र सरकार ने आईटी (IT) और बीपीओ (BPO) कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए घर से काम करने यानी ‘वर्क फ्रॉम होम’ की समय सीमा बढ़ा दी है। अब IT, ITes कंपनियों के कर्मचारी 31 दिसम्बर में घर से काम कर सकेंगे। पहले यह छूट 31 जुलाई तक दी गई थी। कोरोना महामारी के मद्देनजर सरकार ने यह फ़ैसला किया है। बता दें, भारत में कोरोनावायारस कोविड19 के मामले 11.92 लाख पहुँच चुके हैं। इनमें से करीब सात लाख रिकवर भी हो चुके हैं।
दूरसंचार विभाग ने मंगलवार देर रात ट्वीट कर बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए अन्य सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने की नियम और शर्तो में छूट की समय सीमा बढ़ाकर 31 दिसम्बर 2020 तक कर दी है। यानी, अब कर्मचारी 31 दिसम्बर तक वर्क फ्रॉम होम कर सकेंगे।
