दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम द्वारा शहर के भीतर चल रहे डेयरियों के खिलाफ सख्ती की जा रही है। ऐसे डेयरियों के संचालकों को गोकुलधाम में शिफ्टिंग के लिए नोटिस भी जारी किया गया है। विरोध स्वरूप डेयरी संचालकों ने बुधवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे को समस्याएं बताई। डेयरी संचालकों के अनुसार गोकुलधाम में सड़क, नाली और बिजली तक की व्यवस्था नहीं है। डेयरी संचालकों ने शिफ्टिंग से पहले गोकुलधाम को रायपुर व राजनांदगांव की तर्ज पर विकसित करने की मांग की।
कलेक्टोरेट पहुंचे डेयरी संचालकों ने बताया कि कई दिनों से डेयरी संचालकों द्वारा कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन, शहर विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल समस्या बताई जा रही है, लेकिन उनकी समस्याओं के हल के बजाए शिफ्टिंग के लिए दबाव बनाया जा रहा है। संचालकों ने बताया कि डेयरी सचालक गोकुलधाम शिफ्ट होना चाहते है लेकिन गोकुलधाम में न तो सड़क है और न ही नाली बनाई गई है। गोकुलधाम में बिजली तक नहीं है। मवेशियों के लिए शेड भी तैयार नही किया गया है। मवेशियों को चराने की व्यवस्था भी नहीं की गई है। डेयरी संचालकों ने बताया कि डेयरी चलाने के लिए परिवार को साथ रखना पड़ता है, लेकिन गोकुलधाम में इसकी कोई भी व्यवस्था नहीं है। डेयरी संचालकों ने रायपुर व राजनांदगांव की तर्ज पर गोकुलधाम को विकसित करने फिर शिफ्ट कराने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में महेश ठेठवार, ऋषि यादव, गोविंदा लखन यादव, अनिकेत यादव, जागेश यादव, ललित यादव, अनिल यादव, जसविन्दर सिंह, चंदन यादव, कांता यादव, उमेश यादव, रोशन यादव शामिल थे।