दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों के अलावा ऐसे लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, जिनका किसी तरह का ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। शुक्रवार दोपहर एम्स से आए रिपोर्ट में 8 बीएसएफ के जवान है। वहीं तीन प्राइवेट अस्पताल के कर्मचारी समेत एक छात्रा व शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में 13 साल की भर्ती मरीज का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है।
जानकारी के मुताबिक बीएसएफ के जवान सेक्टर 6 महाराणा प्रताप भवन में पदस्थ है। वे जून प्रथम सप्ताह में बाहर राज्य जम्मूकश्मीर, राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, हिमाचंल प्रदेश से लौटे है। दो लोगों प्लेन से सीधे रायपुर पहुंचे है। वहीं चार प्राइवेट कार के अलावा दो लोगो स्पेशल ट्रेन से दुर्ग पहुंचे थे। दुर्ग पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी का सैंपल लेने के बाद उन्हें अग्रसेन भवन आइसोलेशन सेंटर में रखा था। शुक्रवार को रिपोर्ट आने के बाद सभी को जुनवानी स्थिति कोविड हॉस्पीटल में शिफ्ट कर दिया गया।
चार माह से कही नहीं गई
केम्प 1 निवासी 24 वर्षीय बीए की छात्रा का कहना है कि लॉक डाउन की वजह से वह घर से बाहर नहीं निकली है। उसके निवास स्थान से 1000 मीटर की दूरी में कोई कोराना पॉजिटिव भी नहीं आया है। बीच में एक दिन अचानक बुखार आने पर उसने कोरोना जांच कराया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आया।
स्पर्श हॉस्पीटल की 2 कर्मचारी पॉजिटिव
दोपहर 1 बजे रिपोर्ट में स्पर्श हास्पीटल के दो महिला कर्मचारी का रिपोर्ट भी पॉजिटिव आया है। वे कांट्रेक्टर कालोनी सुपेला और नंदनी रोड भिलाई में रहती है। दोनो का कहना है कि वे घर से केवल अस्पताल आना जाना करती है। इसके अलावा वे कोई सामारोह में भी शामिल नहीं हुई है।
सेलून चलाने वाले की बेटी पॉजिटिव
बेमेतरा के ग्राम परपोड़ी निवासी सेलून चलाने वाले की 13 वर्षीय बेटी का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। वह अन्य बीमारी का ईलाज कराने शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी। रेण्डम चांच करने पर उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। हालाकि शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज ने बच्ची को शुक्रवार को छुट्टी दी थी। रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर उसे वापस दुर्ग बुलवाया गया।
एम्बूलेंस चालक भी निकला पॉजिटिव
तेरह पॉजिटिव रिपोर्ट में बीएसआर अस्पताल के एम्बूलेंस चालक भी पॉजिटिव आया है। वह अस्पताल के हॉस्टल में रह रहा है। उसे आज कोविड हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। 24 वर्षीय एम्बूलेंस चालक का कहना है कि वह कही नहीं गया था। केवल मरीजों को अस्पताल से जांच कराने हायर सेंटर लेकर जाता है।
प्राइवेट अस्पताल का यूनिट सील
रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम स्पर्श हॉस्पीटल पहुंची। विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में पूरे अस्पताल को सेनटाइज कराने का कार्य शुरू किया गया। वहीं पॉजिटिव आए कर्मचारी जिस यूनिट में कार्य कर रहे थे उसे सील किया गया। साथ ही चिन्हित क्षेत्र में अन्य व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा प्राइमरी कॉटेक्ट में आने वाले को आइसोलेशन में रखा गया है।