रायपुर (छत्तीसगढ़)। खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड कोरोना संक्रमण काल में वापस आए श्रमिकों को नियमित रोजगार उपलब्ध कराएगा। नवनियुक्त प्रबंध संचालक राजेश सिंह राणा ने यह बात खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के कामकाज की समीक्षा के दौरान कही है। राणा ने संभागीय स्तर की आयोजित बैठक में खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण काल में वापस आए श्रमिकों को चिन्हांकित कर पात्रतानुसार उन्हें बोर्ड द्वारा संचालित योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम और कारीगर प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से लाभान्वित कर नियमित रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन की मंशा अनुरूप ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड अधिक से अधिक लोगों को रोजगारोन्मुखी योजना से जोड़कर नियमित रोजगार उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित सभी योजनाओं की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि लाकडाउन के दौरान बोर्ड द्वारा स्व-सहायता समूहों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खादी वस्त्रों के मास्क एवं सेनेटाईजर का भी निर्माण किया जा रहा है। प्रबंध संचालक राणा ने खादी के मास्क को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला अधिकारियों को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत से चर्चा कर खादी के मास्क की बिक्री करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जाएगी। राणा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों से प्रवासी श्रमिकों और मजदूरों की सूची प्राप्त कर योजना के माध्यम से लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि शहरी एवं नगरीय क्षेत्र के कॉलोनियों में खादी सामग्रियों के प्रदर्शनी सह विक्रय स्टॉल लगाने चाहिए और रेलवे स्टेशन एवं शासकीय कार्यालयों में खादी एवं ग्रामोद्योग सामग्री के विक्रय हेतु प्रदर्शनी आयोजित करने के लिए जिला अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यालयों में खादी वस्त्र एवं ग्रामोद्योग उत्पादों का उपयोग को बढ़ावा देने हेतु सभी जिला कार्यालयों से संपर्क कर अधिक से अधिक क्रय आदेश प्राप्त करने को निर्देशित किया है।