कुत्तों के बंधियाकरण में दुर्ग निगम में घाल मेल, नेता प्रतिपक्ष ने उठाया मामला

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम में कुत्तों के बंधियाकरण की आड़ में घोटाला किए जाने का मामला सामने आया है। नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने बंधियाकरण करने वाले एनजीओ को रंगे हाथों पकडऩे का दावा किया है। नेता प्रतिपक्ष के मुताबिक एनजीओ ने शनिवार को महज 7 कुत्ते पकड़े और बंधियाकरण किया, लेकिन 19 कुत्ते पकडऩे और बंधियाकरण का पावती तैयार किया। नेता प्रतिपक्ष ने एनजीओ की पावती भी अपने पास होने का दावा किया है। नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि इस तरह एनजीओ द्वारा निगम को हर माह लाखों का चूना लगाया जा रहा है।
आपको बता दें कि नगर निगम द्वारा आवारा कुत्तों को पकडऩे और उनके बंधियाकरण का काम एनिमल केयर फाउंडेशन नामक एनजीओ को दिया गया है। निगम प्रशासन द्वारा एनजीओ को कुत्ते पकडऩे और बंधियाकरण करने के एवज में प्रति कुत्ते के हिसाब से निश्चित राशि भुगतान की जाती है। इसी का फायदा उठाकर एनजीओ द्वारा कुत्तों की संख्या को वास्तविक से ज्यादा बताकर निगम को चूना लगाया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष के मुताबिक शनिवार को गोकुल नगर स्थित एनजीओ के बंधियाकरण केंद्र में उनके समर्थकों ने अचानक पहुंचकर जांच की। इसमें 7 कुत्ते पकडऩे और बंधियाकरण की बात सामने आई, जबकि एनजीओ ने पावती 19 कुत्तों की बनाई गई थी।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि गोकुल नगर स्थिति बंधियाकरण में शनिवार को 7 कुत्ते लाए जाने की जानकारी थी। इस आधार पर केंद्र से जानकारी मांगी गई। इसमें केंद्र से 19 कुत्तों को पकडऩे व बंधियाकरण की जानकारी दी गई। इस पर अधिकारियों को तलब कर बंधियाकरण करने वाले डॉ. देशमुख से पूछताछ की गई। इसमें डॉक्टर ने केवल 7 कुत्तों के बंधियाकरण की पुष्टि की।
जाने कैसे किया जा रहा घोटाला
एनजीओ को एक कुत्ते के पकडऩे और बंधियाकरण के एवज में 800 रुपए दिया जाता है। नेता प्रतिपक्ष के आरोप के अनुसार एनजीओ ने शनिवार को 12 अतिरिक्त कुत्तों की पावती बनाई थी। इस तरह उसके एवज में 9 हजार 600 रुपए अतिरिक्त भुगतान निकालने की तैयारी है। यदि इसी औसत से हर दिन गड़बड़ी हुई हो तो महीने में करीब 2 लाख 88 हजार अतिरिक्त भुगतान होता है। एनजीओ करीब साल भर से निगम में काम कर रही है।
ऑर्गन के मिलान से सामने आएगा सच
कुत्तों के बंधियाकरण के साथ एनजीओ को प्रमाण स्वरूप कुत्ते के बॉडी से निकाले गए ऑर्गन को कलेक्ट कर रखना होता है। मामले के खुसाले के बाद अब निगम प्रशासन इन्हीं ऑर्गन्स के आधार पर जांच की तैयारी कर रही है। कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन ने इस संबंध में आदेश भी दे दिए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि शनिवार को डॉक्टर 7 बंधियाकरण की पुष्टि की और ऑर्गन भी 7 ही पाए गए।
नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने बताया कि गड़बड़ी की जानकारी लंबे समय से आ रही थी। इस पर प्लान बनाकर पड़ताल की गई। इसमें घालमेल की पुष्टि हुई है। डॉक्टर ने खुद एचओ और कई लोगों की मौजूदगी में स्वीकार किया कि केवल 7 कुत्तों का बंधियाकरण किया है। जबकि एनजीओ ने पावती 19 की बनाई है। मामले की जांच एनजीओ के खिलाफ वसूली व कानूनी कार्रवाई किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि मामले का पता चलने पर उन्होंने मौके पर जाकर खुद देखा है। प्रथम दृष्टया गड़बड़ी पाई गई है। जांच के बाद वास्तविक स्थिति का पता चल पाएगा। मामले की जानकारी कमिश्नर को दी गई है। उन्होंने बंधियाकरण के बाद कलेक्ट किए जाने वाले ऑर्गन के आधार पर जांच करने कहा है। जांच के बाद संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी

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