बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़) – छत्तीसगढ़ की बलौदा बाजार पुलिस ने एक अहम सुराग के आधार पर करोड़ों की ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी कर गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से अधिकांश बड़े सट्टेबाज हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपी उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। पुलिस का कहना है कि अन्य साथियों की तलाश जारी है।

बलौदा बाजार के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया, “गिरफ्तार आरोपी ‘CBTF पैनल’ का इस्तेमाल कर सट्टेबाजी टिप्स देते थे। हमें भाटापारा में पहले गिरफ्तार दो आरोपियों से अहम सुराग मिला, जिसके बाद जांच को आगे बढ़ाते हुए हमारी टीम ने दिल्ली में छापेमारी की।”
दिल्ली के दो ठिकानों पर की गई छापेमारी में 8 लैपटॉप, 52 मोबाइल फोन, नगद राशि, बैंक चेकबुक, डिजिटल डिवाइस और सट्टेबाजी से जुड़ा अन्य सामान बरामद किया गया।
पुलिस को शक है कि इस गिरोह के तार कई अन्य ऑनलाइन सट्टा ऐप्स से जुड़े हो सकते हैं। सट्टेबाजों के जरिए लोगों को ऑनलाइन लिंक, लॉगिन आईडी और पासवर्ड देकर क्रिकेट सट्टे में जोड़ा जाता था।
अग्रवाल ने आगे बताया कि गिरोह का नेटवर्क दिल्ली से संचालित हो रहा था लेकिन इसके दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक सबूत बलौदा बाजार से ही मिले थे। इसलिए गिरोह को बलौदा बाजार पुलिस ने गिरफ्तार किया और आगे की जांच यहीं की जाएगी।
मामले की शुरुआती जांच छत्तीसगढ़ गैंबलिंग प्रोहिबिशन एक्ट 2022 और IT एक्ट की धारा 66 के तहत शुरू की गई है। जब्त किए गए लैपटॉप से हर दिन करीब 8-10 लाख रुपये की लेन-देन की जानकारी सामने आई है।
SP विजय अग्रवाल ने बताया कि बलौदा बाजार की साइबर पुलिस की तकनीकी समझ और ट्रेनिंग की वजह से इस गिरोह को पकड़ना संभव हुआ। साथ ही वे एक साइबर जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं ताकि लोग डिजिटल अपराधों से सतर्क रहें।
