दुर्ग (छत्तीसगढ़)। केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज को लेकर लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने इस मामले में केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आर्थिक पैकेज देश की जनता को समझ नहीं आ रहा है। देश की आम जनता के पल्ले नहीं पड़ रहा है कि 20 लाख करोड़ के पैकेज से आखिर किसे-क्या फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि 15 लाख नगद, 2 करोड़ रोजगार और किसानों की आय दुगुना की तरह यह भी झूनझूना साबित नहीं हो जाए।
राजेंद्र ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पांच दिनों तक धारावाहिक चलाकर 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की जानकारी दी। यह धारावाहिक अभी तक किसी को समझ नहीं आया। अगर भाजपा नेता पैकेज से संबंधित पूरी जानकारी समझ चुके हैं तो वे देश की जनता के सामने स्पष्ट करें कि लाखों करोड़ के पैकेज में किसानों, मजदूरों और आम आदमी को क्या-क्या राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज गोल-मोल है। इसे समझने में भारी उलझनें हैं। उलझनों वाले राहत पैकेज को भाजपा नेता सुलझाएं। राजेंद्र ने कहा कि मजदूर, किसान समेत आम जनता को यह नहीं समझ आ रहा है कि पैकेज से उन्हें क्या राहत व सुविधाएं मिलने वाली है। आज मज़दूर किसान व आमजन के लिए भीषण विषम परिस्थिति है ऐसे में केंद्र सरकार घोषित पैकेज में किसी को राहज की संभावना दूर दूर तक नजऱ नहीं आ रही है भाजपा नेता ये बताये ऐसी कौन से प्रावधान हैं जिससे आम जनता को जल्द से जल्द राहत मिले।
तो शेयर बाजार क्यों गिरा
राजेंद्र ने सवाल किया कि अगर आर्थिक पैकेज जनहितकारी है और अर्थव्यवस्था को सुधारने वाला पैकेज है तो राहत पैकेज की घोषणा के बाद से शेयर बाजार लगातार क्यों गिर रहा है। अगर बैंकों या उद्योगों के सुदृढ़ीकरण के लिए पैकेज है या आम जनता की आर्थिक स्थिति मजबूत बनाने के लिए आर्थिक पैकेज घोषित किया गया है तो शेयर मार्केट में सुधार क्यों नहीं आया।
सब कुछ सही तो, दोबारा बैठक किसलिए
राजेंद्र ने जोर देकर कहा कि 20 लाख का पैकेज अगर जनहित में है तो अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए आज केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक दोबारा क्यों बुलाई गई। अब यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा नेता भी यह मानने लगे हैं कि 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज जनहित में नहीं है।