मुंबई, पुणे और बेंगलुरू में फंसे 4195 श्रमिकों की होगी वापसी, स्पेशल ट्रेनों को दी गई स्वीकृति

रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष प्रयास से देश के विभिन्न राज्यों से छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को विशेष ट्रेन से वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। श्रमिकों का या़त्रा व्यय भी राज्य शासन द्वारा वहन किया जा रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को लाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। महराष्ट्र के पुणे से 1324 श्रमिकों को लेकर विशेष ट्रेन 19 मई को बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार मुंबई से 1390 श्रमिकों को लेकर विशेष ट्रेन 21 मई को बिलासपुर पहुंचेगी। कर्नाटक राज्य के बेंगलुरू से 1481 श्रमिकों लेकर विशेष ट्रेन 22 मई 2020 को बिलासपुर पहुंचेगी। तीनों स्पेशल ट्रेन छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग, रायपुर एवं भाटापारा रेलवे स्टेशन में भी रूकेंगी।छत्तीसगढ़ शासन के सचिव एवं नोडल अधिकारी सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने महाराष्ट्र सरकार के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी एवं नोडल को पत्र भेजकर छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों की संख्या से अवगत करा दिया गया है। पत्र में ट्रेन से रवाना के होने पूर्व सभी श्रमिकों का चिकित्सकीय परीक्षण एवं सुरक्षित रूप से ट्रेन में बैठने की व्यवस्था कराने का आग्रह किया गया है। साथ ही किसी भी श्रमिक से किराया या अन्य कोई राशि नहीं लेने के संबंध में अवगत कराया गया है। इसके अलावा कोई भी कोविड-19 पीडि़त व्यक्ति को यात्रा की अनुमति नहीं देने का भी आग्रह किया है। पत्र में छत्तीसगढ़ शासन के सचिव एवं नोडल अधिकारी ने महराष्ट्र सरकार एवं कर्नाटक सरकार के नोडल अधिकारियों को इस संबंध में सहमति प्रदान करते हुए शीघ्र सूचित करने का अनुरोध किया है।महाराष्ट्र के पुणे से आने वाले छत्तीसगढ़ के श्रमिकों में बलौदाबाजार जिले के 134 श्रमिक, बलरामपुर के 3, बेमेतरा के 346, बिलासपुर के 204, दुर्ग के 50, जांजगीर-चांपा के 39, जशपुर, कांकेर जिले के एक-एक, कबीरधाम जिले के 57, कोण्डागांव और कोरबा के 03-03, महासमुंद के 02, मुंगेली के 96, पेण्ड्रा-गौरेला के 46, रायगढ़ के 04, रायपुर के 169, राजनांदगांव के 149 और सरगुजा जिले के 17 श्रमिक शामिल है।

महाराष्ट्र के मुंबई से आने वाले श्रमिकों में बालोद जिले के 511 श्रमिक, बलौदाबाजार जिले के 12 श्रमिक, बलरामपुर के 77, बेमेतरा के 238, बिलासपुर के 46, दंतेवाड़ा 10, धमतरी 26, दुर्ग 53, गरियाबंद 05, जांजगीर-चांपा एक, जशपुर 93, कबीरधाम 43, कांकेर 61, कोण्डांगाव 02, कोरबा 25, महासमुंद 11, मुंगेली 09, पेण्ड्रा-गौरेला 06, रायपुर 15, और राजनांदगांव जिले के 149 श्रमिक शामिल हैं। कर्नाटक के बेंगलुरू से आने वाले श्रमिकों में बालोद जिले के 137, बलौदाबाजार-भाटापारा 101, बस्तर 380, बेमेतरा 44, बिलासपुर, 67, धमतरी 06, दुर्ग 23, गरियाबंद 21, जांजगीर-चांपा 54, कबीरधाम 170, कांकेर 56, कोण्डागांव 131, कोरबा 97, मुंगेली 25, रायगढ़ 48, रायपुर 72 और राजनांदगांव जिले के 49 श्रमिक शामिल हैं।