छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश शासित कांग्रेस सरकार पर राज्य की बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा कि पूरा शिक्षा सत्र बीत जाने का बाद भी राज्य में छात्राओं को सरस्वती सायकल योजना का लाभ नहीं दिया गया है। यह जानकारी स्वयं शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने विधानसभा में सवाल के जवाब में दी है।
रायपुर (छत्तीसगढ़)। विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा छात्राओं के लिए सरस्वती साइकिल योजना की शुरुआत की गई थी। इसके सुपरिणाम भी सामने आ रहे थे। बेटियों की शिक्षा का प्रतिशत तो बढ़ ही रहा था,परीक्षा परिणामों में भी वे अग्रणी हो रही थी। परंतु कांग्रेस सरकार बनने के बाद यह योजना खटाई में पड़ गई है।
विधानसभा में वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल द्वारा इस संबंध में उठाए गए सवाल के जवाब पर शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने लिखित में बताया कि सरस्वती साइकिल वितरण योजना सत्र 2019-2020 में 28 जिलों की किसी भी पात्र छात्रा को साइकिल नही दी जा सकी है। इस जानकारी पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बेटियों के भविष्य से खिलवाड़ कर यह सरकार कैसा छत्तीसगढ़ गढऩा चाहती है समझ से परे है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम से जानना चाहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्रदेश की कितनी स्कूली छात्राओं को सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल का वितरण किया जाना है। इसकी उन्होंने जिलावार जानकारी चाही तथा 18 फरवरी 2020 तक प्रदेश की कितनी छात्राओं को शासन द्वारा साइकिल प्रदान कर दिया गया है। अगर नहीं किया गया तो उसे कारण क्या है। इस सवाल के लिखित जवाब में शिक्षा मंत्री ने बताया कि शिक्षा सत्र के दौरान ही साइकिलों का वितरण कराया जाना होता है। 28 जिलों की कुल 1 लाख 74 हज़ार 652 छात्राएं साइकिल लेने के लिए पात्र है। पर 18 फरवरी तक किसी भी जिले में साइकिल का वितरण नही हो सका है। कब तक साइकिल का वितरण होगा इसके जवाब में शिक्षामंत्री टेकाम ने कहा कि क्रय प्रक्रिया में समय लगने के कारण निश्चित अवधि बता पाना संभव नहीं है।