कोण्डागांव (छत्तीसगढ़)। विकासखण्ड कोण्डागांव के ग्राम मड़ागांव का दौरा कलेक्टर नीलकंठ नेताम ने विगत दिवस किया। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में कलेक्टर पुलिया व मार्ग के आभाव के चलते ग्रमीणों के साथ मोटर सायकल पर भी भ्रमण किया। ग्राम बावड़ी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में मगरमच्छ की मौजूदगी का हवाला देते हुए अपने भय से अवगत कराया। यह प्रथम अवसर था जब किसी कलेक्टर द्वारा इस सुदूर ग्राम में शिरकत की गयी हो।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने यहां आकर खुलकर अपनी समस्याएं जिलाधीश के समक्ष रखी। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि आस पास के बाजारों में ग्राम बयानार सबसे बड़ा बाजार है परंतु उस मार्ग पर ग्राम बावड़ी के निकट भंवरडीह एवं बारदा नदी के संगम पर पुलिया एवं सड़क के ना होने से वहां तक वाहन से पहुंच संभव नहीं हो पाता है। जिस पर कलेक्टर ने ग्रामीणों के संग रास्ते एवं उक्त स्थान को देखने की इच्छा व्यक्त की गयी और उस मार्ग पर बड़े वाहन न जा पाने की बात जान उन्होनें मोटर साईकल पर ही जाने का निर्णय लिया। कलेक्टर स्वयं मड़ागांव से बयानार जाने वाले मार्ग पर ग्रामीणों के संग बाइक पर सवार हो कच्चे रास्तों से होते हुए नदी तट तक पहुंचे एवं स्थिति का जायजा लेकर जल्द से जल्द इस मार्ग के निर्माण को लेकर आश्वश्त किया। यह मार्ग वर्तमान में केवल मोटर साईकल एवं पदयात्रा द्वारा ही जा पाना संभव है। पूल के निर्माण से मड़ागांव से बयानार की दूरी महज लगभग 9 किमी रह जाएगी जिससे ग्रामीणों की बाजार तक पहुंच सुनिश्चित होगी।
इस दौरान ग्रामीणों ने ग्राम बावड़ी के नजदीक मगरमच्छ द्वारा मवेशियों को खाये जाने की बात बताई। जिस पर कलेक्टर ग्राम बावड़ी में इससे सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे जहां उन्होंने क्षेत्र का अवलोकन कर इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। ग्राम बावड़ी के निवासी ग्रामीण मन्नू लाल ने बताया कि विगत वर्षों में यहां मगरमच्छ का आतंक बढ़ा है जबकि यह मगरमच्छ लगभग 6 वर्षों से यहां है। ग्रामीणों को मगरमच्छ के द्वारा मवेशियों एवं कुत्तों को खाने की घटनाओं की जानकारी समय-समय पर मिलती रहती है।