रकम को तीन गुना कराने के झांसे में आकर बीएसपी का सेवानिवृत कर्मचारी ठगी का शिकार हो गया। वृद्ध ने सेवानिवृति पर मिली रकम में से 16 लाख 90 हजार रु. कंपनी में जमाकरा दिए थे, लेकिन बाद में संचालक कंपनी बंद कर फरार हो गया। इस मामले की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी संचालक सहित उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ का अपराध पंजीबद्ध किया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मामला भिलाई कोतवाली में दर्ज किया गया है। सेक्टर-6 रशियन कांप्लेक्स निवासी प्रहलाद सिंह ठाकुर को भिलाई इस्पात संयत्र से सेवानिवृति मोटी रकम मिली थी। इस रकम में से कुछ हिस्सा जगदलपुर के मूल निवासी शेरसिंह सेठिया के कंपनी कृषक एसएसएस इंटरप्राइजेज में निवेश करने की सलाह प्रहलाद सिंह के मित्र ललित बघेल ने दी थी। बताया गया था कि कम समय में कंपनी जमा रकम का तीन गुना भुगतान करती है। साथ ही बताया गया कि शेरसिंह के जगदलपुर के आसापास मिर्ची के बगीचें है जिनमें इस रकम कानिवेश किया जाता है और अर्जित आय से निवेशक को मोटे मुनाफे के साथ रकम वापस कर दी जाती है। इस झांसे में आकार 20 फरवरी 19 को शेर सिंह सेठिया के एस एस एस इंटरप्राईजेस रायपुर के बैक खात शाखा में 15 लाख हजार रु. की रकम जमा करा दी गई। 6 माह में 46 लाख 20 हजार रु. की रकम वापस करने का वादा किया गया था। कुछ समय बाद फिर से नेटवर्किंग में रकम निवेश करने का दवाब बनाए जाने पर प्रहलाद सिंह द्वारा 1 लाख 50 हजार रू. की राशि शेरसिंह सेठिया के खाता में जमा कराई गई। इस रकम के जमा किए जाने के बाद 50 लाख 70 हजार रु. दिए जाने का वादा किया गया था।
6 माह की अवधि बीत जाने के बाद रकम की मांग के लिए शेर सिंह से संपर्क किए जाने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हुआ। कार्यालय के संबंध में पतासाजी करने पर जानकारी मिली की कार्यालय बंद कर दिया गया है। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस में की गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने कंपनी संचालक शेरसिंह सेठिया के साथ सलाहकर्ता ललित बघेल के खिलाफ दफा 420 का अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।