दुर्ग, 12 मई 2025:
छत्तीसगढ़ के दुर्ग केंद्रीय जेल में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जहां जेल प्रहरी कैदियों और बंदियों को सुविधा मुहैया कराने के बदले उनके परिजनों से अवैध रूप से पैसे वसूल रहा था। आरोपी जेल प्रहरी दिवाकर सिंह पैंकरा को पद्मनाभपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि आरोपी दिवाकर सिंह पैंकरा, जांजगीर-चांपा जिले का निवासी है और वर्तमान में दुर्ग केंद्रीय जेल में पदस्थ था। वह जेल में बंद कैदियों और उनके परिजनों से सुविधा देने के नाम पर 500 से लेकर 2000 रुपए तक की रकम ऑनलाइन और यूपीआई माध्यम से वसूलता था।

पैसे नहीं देने वाले कैदियों को वह प्रताड़ित भी कराता था। इस मामले में कई परिजनों ने पद्मनाभपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। प्राथमिक जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 308(5) के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पहले भी इस प्रकरण में इसराइल कुमार, अजय दीवान, प्रतीक वासनिक, संजय वासनिक और लोकेश्वरी साहू नामक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान प्रतीक वासनिक ने खुलासा किया कि उसने जेल प्रहरी दिवाकर सिंह पैंकरा को बंदी संदीप वासनिक के माध्यम से पैसे भेजे थे।
जेल प्रशासन के सहयोग से आरोपी से पूछताछ की गई, जिसमें उसने जेल के अंदर सामान और सुविधा मुहैया कराने के एवज में पैसे लेने की बात स्वीकार की। आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह मामला जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, साथ ही इस बात की ओर भी संकेत करता है कि जेलों में सुधार की आवश्यकता अब पहले से कहीं अधिक है।
