बिलासपुर। अचानक बदले मौसम ने लोगों की सेहत पर बड़ा असर डाला है। बीते दो दिनों से चल रही ठंडी हवाएं और हल्की बारिश ने मौसमी बीमारियों को बढ़ावा दिया है। इसका सीधा असर छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में देखने को मिला, जहां सोमवार को ओपीडी में मरीजों की बाढ़ आ गई। 1640 से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया, जबकि कुल मरीजों की संख्या 1800 से पार पहुंच गई। हालात इतने बिगड़े कि 135 मरीजों को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
सुबह से ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। वायरल बुखार, सर्दी-खांसी और सांस की तकलीफ जैसे लक्षणों वाले मरीज सबसे अधिक पहुंचे। सिम्स प्रबंधन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एक्शन लिया। डीन डॉ. रमणेश मूर्ति और एमएस डॉ. लखन सिंह ने खुद वार्ड और ओपीडी का निरीक्षण कर चिकित्सा सेवाओं की समीक्षा की।

डॉ. लखन सिंह ने बताया कि मौसम में आई नमी और ठंडी हवाओं के कारण वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार लोग इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। उन्होंने लोगों को मास्क पहनने, गर्म पानी पीने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी।
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए डिजिटल सुविधा को बढ़ावा देते हुए ‘आभा एप’ से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई है। इससे पंजीकरण से लेकर रिपोर्ट तक की प्रक्रिया में आसानी हुई और समय की भी बचत हो रही है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बीते चार महीनों में पहली बार इतने अधिक मरीज एक ही दिन में पहुंचे हैं।
जिला अस्पताल में भी स्थिति कुछ ऐसी ही रही, जहां मरीज घंटों तक कतार में खड़े रहे। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी तरह के लक्षण दिखते ही तुरंत अस्पताल पहुंचने की अपील की है।
