रायपुर। बीते 48 घंटों में राजधानी में हुए पांच हत्याओं ने शहर को हिला कर रख दिया है। एक के बाद एक हो रही इन घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
मां-बेटी की निर्मम हत्या
31 दिसंबर की रात रायपुर के खमतराई इलाके में मां और बेटी की निर्मम हत्या कर दी गई। मां का शव उनके घर के भीतर और बेटी का शव रावाभांठा के सुखे नाले में मिला। मृतिका धरसींवा, सिलतरा चौकी क्षेत्र के धनेली गांव की निवासी थीं।
जांच में पता चला कि महिला और उसकी बेटी 31 दिसंबर को आखिरी बार देखी गई थीं। पुलिस का मानना है कि हत्या के बाद आरोपियों ने महिला के घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और बेटी का शव दो किलोमीटर दूर नाले में फेंक दिया। मृत महिला अत्यंत गरीब थीं और घर में बिजली तक नहीं थी। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हत्या के कारणों का पता चल पाएगा।
बजरंग दल के नेता की हत्या से हड़कंप
डीडी नगर थाना क्षेत्र के काला पुतला चौक पर 30 दिसंबर की रात छह युवकों ने बजरंग दल के खंड संयोजक सचिन बडोले और उनके साथी कृष्णा यादव की हत्या कर दी। विवाद के बाद आरोपियों ने धारदार हथियार और पत्थर से दोनों पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से आक्रोशित बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
इलाके में तनाव और सुरक्षा का माहौल
इन हत्याओं के बाद राजधानी में दहशत का माहौल है। पुलिस प्रशासन पर बढ़ते दबाव के बीच अब इन मामलों की जांच में तेजी लाई जा रही है।