भांगर (पश्चिम बंगाल) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस विपक्षी दलों को चुनाव में समान लोकतांत्रिक अधिकार के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। अधिकारी ने कहा कि दक्षिण 24 परगना जिला पुलिस यादवपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी को भांगर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के नियंत्रण वाली पुलिस प्रत्येक प्रत्याशी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने में विश्वास नहीं करती।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘भांगर में हमारी एक जनसभा तय थी, जिसे मुझे संबोधित करना था और प्रशासन ने एक दिन पहले तक इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई। हालांकि, आज सुबह हमारे उम्मीदवार को बताया गया कि 100 मीटर की दूरी पर तृणमूल कांग्रेस की जनसभा होने के कारण भाजपा की जनसभा को अनुमति नहीं दी जा सकती। विडंबना यह है कि 500 मीटर के दायरे में तृणमूल कांग्रेस की कोई जनसभा नहीं हो रही है।’’ अधिकारी ने कहा कि भाजपा द्वारा निर्वाचन आयोग से हस्तक्षेप की अपील के बावजूद, उसने (आयोग ने) हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया तथा मामले को पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन पर छोड़ दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं। हम आज सभा नहीं करेंगे, लेकिन मैं मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को बता रहा हूं कि पश्चिम बंगाल में बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था अब खतरे में है। समान अवसर गायब हैं।’’ अधिकारी ने आरोप लगाया कि जब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने विधानसभा क्षेत्र में जनसभा आयोजित की तो पुलिस ने ऐसा रवैया नहीं दिखाया, जिससे वामपंथियों और तृणमूल के बीच संभावित सांठगांठ का संकेत मिलता है। अधिकारी ने यह दावा करते हुए अपनी बात समाप्त की कि ‘‘वह चार जून के बाद भाजपा की लोकसभा में जीत का जश्न मनाने यहां आएंगे’’।।