रायपुर के टिकरापारा में हुई बहनों की हत्या की वारदात का खुलासा पुलिस ने कर लिया है। हत्या का आरोपी युवती का प्रेमी ही निकला। युवती द्वारा बातचीत करना बंद कर दिए जाने से नाराज युवके ने अपने साथियों के साथ इस वारदात को अंजाम दिया था। जिसका शिकार युवती की छोटी बहन भी हो गई थी। पुलिस की गिरफ्त में ओ हत्या की इस वारादत में शामिल तीन आरोपियों में से एक नाबालिग है। पुलिस टीम को मिली इस सफलता पर आईजी ने 30 हजार और एसएसपी ने 10 हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है।
रायपुर (छत्तीसगढ़)। टिकरापारा की गोदावरी कालोनी में दो दिन पहले दो सगी बहनों का हत्या की वारदात से शहर में सनसनी फैसल गई थी। वारदात का शिकार गुई युवती मंजू सिदार यहां मकान किराए पर लेकर नर्सिंग का कोर्स कर रही थी। वहीं उसके साथ उसका बहन मनीषा भी साथ रह रही थी। पुलिस ने इस वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि रायगढ़ की रहने वाली मंजू सिदार का वहीं के युवक सैफ के साथ प्रेम संबंध था। दोनों ने कोर्ट में शादी भी कर ली थी। जिसकी जानकारी मिलने पर परिजनों ने मंजू पर सैफ से नाता तोडऩे के लिए दबाव बनाना प्रारंभ कर दिया था। रायपुर में नर्सिंग की पढ़ाई करने आने पर उस पर नजर रखने परिजनों ने मंजू की छोटी बहन को भी साथ भेज दिया था। परिजनो ं की समझाइश के बाद मंजू ने सैफ के साथ मेलजोल और बातचीत बंद कर दी थी। जिससे सैफ नाराज था।
इसी नाराजगी के चलते सैफ अपने दो साथियों के साथ रायगढ़ से रायपुर पहुंचा। रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद तीनों ऑटो से मृतिका के किराये के मकान टिकरापारा पहुंचे। आरोपी ने अपने एक साथी को लोगों पर नजर रखने के लिये घर के नीचे रखा और एक अन्य साथी के साथ मृतिका के कमरे में जा घुसा। जब आरोपी युवती के कमरे में पहुंचे उस दौरान मंजू और उसकी छोटी बहन खाना खा रही थी। आरोपी ने विवाद करते हुये घर में रखे तावे से मंजू के सिर पर जोरदार वार किया। वार इतना जबर्दस्त था कि मंजू की मौके पर ही मौत हो गयी। घटना को देख जब छोटी बहन मनीषा ने चीख-पुकार की तो सैफ और उसके दोस्त ने मृतिका की बहन को भी तावे से मार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गये।
काफी मशक्कत करनी पड़ी पुलिस को
एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुये क्राईम एडिशनल एसपी, सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी, पुरानी बस्ती सीएसपी कृष्णा पटेल को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। आरोपियों के रायगढ़ निवासी होने की जानकारी मिलने के बाद स्पेशल टीम बनाकर रायगढ़ भेजा गया था। आरोपियों के बार बार जगह बदलने से पुलिस को काफी मुश्किल का समना करना पड़ा। मुख्य आरोपी सैफ मध्यप्रदेश भाग गया था। पुलिस ने सैफ को सतना से तथा उसके सहयोगी गुलाम मुस्तफा को काली पेंड्रा से पकड़ा। जबकि अन्य नाबालिग सहयोगी को रायगढ़ में ही दबोच लिया गया था।