माता कौशल्या महोत्सव : मुख्यमंत्री कल करेंगे शुभारंभ, तीन दिनों तक आस्था और भक्ति से सराबोर रहेगा चंदखुरी

रायपुर (छत्तीसगढ़)। भगवान श्रीराम के ननिहाल और माता कौशल्या की नगरी चंदखुरी में राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा माता कौशल्या महोत्सव-2023 का भव्य आयोजन किया जा रहा है। आस्था और भक्ति से सराबोर 22 अप्रैल से 24 अप्रैल तक आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव में भगवान श्रीराम के ननिहाल चंदखुरी में श्रीराम भक्ति की धारा बहेगी। इसमें देश और प्रदेश के जाने-माने कलाकार तीनों दिन मानस गान, भक्ति गीत, नृत्य और भजन प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 22 अप्रैल को महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर चंदखुरी में हर साल कौशल्या महोत्सव के आयोजन की घोषणा की थी। 

महोत्सव के दौरान माता कौशल्या धाम में शुरू हो रहे वाटर, लाईट एवं लेजर शो के माध्यम से श्रद्धालु भगवान श्री राम के वनवास और वन गमन पथ की कहानियां सुन और देख सकेंगे। इस शो में माता कौशल्या के जीवन चरित्र का विवरण प्रस्तुत किया जाएगा। छत्तीसगढ़ की शस्य श्यामला भूमि में रामायण काल की अनेक घटनाएँ घटित हुई हैं जिसका प्रमाण यहां की लोक संस्कृति, लोक कला, दंत कथा और लोकोक्तियाँ हैं। विभिन्न शोधपत्रों, अभिलेखों एवं मान्यता अनुसार भगवान श्री राम ने अपना वनवास काल छत्तीसगढ़ में विभिन्न स्थानों पर व्यतीत किया । चंदखुरी को भगवान श्रीराम का ननिहाल माना जाता है, जो दक्षिण कोसल के नाम से पूरे देश में प्रसिद्ध है।

चंदखुरी स्थित माता कौशल्या धाम, राम वनगमन पर्यटन परिपथ का अति महत्वपूर्ण स्थल है । यह स्थल राजधानी रायपुर से मात्र 27 कि.मी. की दूरी पर स्थित है । 126 तालाबों वाले इस गांव में जलसेन तालाब के बीच में माता कौशल्या का एतिहासिक मंदिर स्थित है जो पूरे भारत में सिर्फ यहीं पर है । प्रभु श्रीराम को गोद में लिए हुए माता कौशल्या की अद्भुत प्रतिमा इस मंदिर को दुर्लभ बनाती है ।
राम वगनमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत चंदखुरी में घाट का विकास एवं पैगौड़ा, प्रशासनिक ऑफिस, पब्लिक टॉयलेट, ज्योत हॉल, ब्रिज, एप्रोच रोड एवं फैसिलिटी, तालाब, लैंड स्केपिंग एंड फैसिंग, इलेक्ट्रिफिकेशन, इंटरनल और एक्सटरनल प्लंबिंग, बड़ा प्रवेश द्वार, तालाब गहरीकरण, रिटेनिंग वॉल, दीप स्तंभ, श्रीराम स्टेच्यू एवं गेट का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

ख्याति प्राप्त कलाकार देंगे भक्तिमय प्रस्तुति
माता कौशल्या की जन्मभूमि चंदखुरी के वैभव को विश्व पटल पर स्थापित करने और यहां की कला, संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ावा देने राज्य शासन द्वारा इस राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव के पहले दिन 22 अप्रैल को वाराणसी के व्योमेश शुक्ला राम की शक्ति पूजा और मुम्बई की कविता पौडवाल भक्तिमय गीतों एवं भजन की प्रस्तुति देंगी।

महोत्सव के दूसरे दिन 23 अप्रैल को मुम्बई की रमिंदर खुराना भक्तिमय शास्त्रीय नृत्य नाटिका और भिलाई के प्रभंजय चतुर्वेदी भजन प्रस्तुत करेंगे। वहीं महोत्सव के अंतिम दिन 24 अप्रैल को रायगढ़ के देवेश शर्मा और मुम्बई की तृप्ति शाक्या भक्तिमय गीत-संगीत एवं भजन की प्रस्तुति देंगी। महोत्सव के तीनों दिन छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध मानस मंडलियों द्वारा मानस गान भी किया जाएगा।