दुर्ग, 15 अप्रैल 2025।
दुर्ग संभाग के आयुक्त श्री सत्य नारायण राठौर ने सुशासन तिहार के प्रथम चरण के अंतर्गत विभिन्न विभागों को प्राप्त जन समस्याओं के आवेदनों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी आवेदन को खारिज किया जाना है, तो स्पष्ट कारण का उल्लेख अनिवार्य होगा।
यह बातें उन्होंने संभाग आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक में कहीं। बैठक में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट कमिटी ऑन रोड सेफ्टी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे द्वारा हाल ही में दी गई हिदायतों का उल्लेख करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए विभागीय अधिकारियों को ठोस कदम उठाने होंगे।

संभाग आयुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर रेस्ट एरिया को शीघ्र फंक्शनल करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को दिए। साथ ही संयुक्त संचालक शिक्षा को निर्देशित किया कि वे शैक्षणिक संस्थानों के आसपास मादक पदार्थों की बिक्री पर कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाही सुनिश्चित करें।
जल जीवन मिशन की प्रगति पर जानकारी लेते हुए पीएचई विभाग ने बताया कि 24 समूह जलप्रदाय योजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिनमें से 20 में 80% कार्य पूर्ण हो चुका है। ये योजनाएं 4315 गांवों में से 990 गांवों को लाभान्वित करेंगी। साथ ही, जलाशयों में जल भराव की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने आने वाले वर्षों के लिए पेयजल प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम करने को कहा।
संभाग के 1094 ग्राम पंचायतों को प्राथमिक सहकारी समितियों से जोड़ा जा चुका है, और उन्हें मत्स्य तथा वनोपज समितियों से जोड़ने के निर्देश भी दिए गए।
संभाग आयुक्त ने दुर्ग जिले के कोटनी-नगपुरा के मध्य शिवनाथ नदी पर बन रहे पुल और खैरागढ़ जिले के आमनेर नदी पर निर्माणाधीन पुल की स्थिति पर भी जानकारी ली। बताया गया कि शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण लगभग पूर्ण है, जबकि आमनेर नदी के पुल के लिए नवीन निर्माण एजेंसी कार्य में जुट गई है।
बैठक में संभाग स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और वाहन चालकों को कार्यालय में नियमित ड्रेस कोड और नाम पट्टिका के साथ उपस्थित रहना अनिवार्य किया जाए। ऐसा न करने पर कार्यालय प्रमुख के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में उपायुक्त (राजस्व) श्री पदुम लाल यादव सहित सभी विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
