किसी बच्चें की दीवाली रह न जाए फीकी, जन समर्पण सेवा संस्था ने उठाया बीड़ा

जन समर्पण सेवा संस्था द्वारा शहर में अनुकरणीय परंपरा का आगाज किया है। संस्था के सदस्यों ने शहर के गरीब परिवार और घुमंतु बच्चें भी दीपावली पर्व हर्षोल्लास से मना सकें इसकी चिंता की है। संस्था के युवाओं ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गरीब व मजबूर बच्चों में मिठाई, नए कपडों व पटाखों का वितरण किया।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जन समर्पण सेवा संस्था के प्रमुख बंटी शर्मा ने बताया कि समाज के निराश्रित व मजबूर लोगों की सेवा करने का बीड़ा जन समंर्पण संस्था ने उठाया है। संस्था द्वारा अब तक शहर के इस वर्ग के लोग भूखें न सोए इसकी चिंता की थी। संस्था के सदस्य प्रतिदिन इन लोगों की भोजन की व्यवस्था आपसी सहयोग से कर रही है। उन्होंने बताया को संस्था द्वारा विगत 1000 दिनों से अधिक दिनों से प्रतिदिन गरीब, असहाय, विकलांग एवं जरूरतमंदों लगभग 40 से 50 लोगों को नि:शुल्क भोजन का वितरण किया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन रात्रि को भोजन खिलाया जाता है साथ ही साथ विकलांगों एवं जरूरतमंदों को बैशाखी, ट्रायसिकल, व्हीलचेयर, मरीजों को पलंग, एवं कपड़े, बर्तन भी संस्था के माध्यम से उपलब्ध कारए जाते है।
इसी कड़ी में गरीब, निराश्रित, मजबूर बच्चें हर पर्व हर्षोल्लास से मनाए, इसकी शुरुआत इस दीपावली पर्व से की है। इसके तहत सदस्यों ने दीपावली पर्व पर दुर्ग शहर के विभिन्न स्थानों में गरीब, असहाय, एवं जरूरतमंद बच्चों को पटाखे एवं मिष्ठान का नि:शुल्क वितरण किया। सदस्यों द्वारा 25 एवं 26 अक्टूबर को शहर के विभिन्न स्थानों में जाकर गरीब, असहाय परिवार एवं बच्चों को पटाखों एवं मिठाई का वितरण किया जा रहा है। 25 अक्टूबर को संध्या 7 बजे दुर्ग रेल्वे स्टेशन एवं पुराना बस स्टैंड में छोटे छोटे बच्चों को पाटखे एवं मिठाई वितरण की गइ। गरीब बच्चों को पटाखा व मिष्ठान वितरण के कार्य में विवेक मिश्रा, शिबू मिर्जा, शिशु शुक्ला, प्रकाश कश्यप, अमीर तिगाला, आशीष मेश्राम, हितेश पुरोहित, मृदुल गुप्ता, राहुल आढ़तिया, जगवीर सिंह सिकरवार, प्राचीश अग्रवाल, श्रवण साहू, विजय तिवारी, राकेश वर्मा, अजय भारद्वाज आदि विशेष रुप से सहयोग प्रदान कर रहे है।