नई दिल्ली। देश को सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ मिली पहली स्वदेशी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस वैक्सीन (HPV वैक्सीन) पर चर्चा करने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। मुलाकात के बाद वह प्रेस से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी देने आया था। हम सरकार के कार्यक्रम के शुरू होने का इंतजार करेंगे। इस साल क्षमता बहुत कम है लेकिन हम अगले साल पूरे देश की जरूरतों का ध्यान रखने के लिए बड़ी क्षमता का निर्माण करेंगे।
पूनावाला ने कहा कि हम इस वर्ष धीरे-धीरे इसे सरकारी कार्यक्रमों के माध्यम से लागू करेंगे। मैं अभी मूल्य निर्धारण पर टिप्पणी नहीं कर सकता। हम निविदा प्रक्रिया का इंतजार करेंगे और सरकार के प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसी ही सारी प्रक्रिया पूरी होगी वैसे ही मूल्य का खुलासा कर दिया जाएगा।बता दें कि सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ पहली स्वदेशी वैक्सीन HPV को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस( 24 जनवरी) को की गई थी।
इस दौरान कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला भी मौजूद रहे। बता दें कि इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा निर्माण किया गया है।सर्वाइकल कैंसर, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के विभिन्न वैरिएंट्स के कारण होता है। एचपीवी वायरस एक यौन संचारित वायरस है। कई यौन साथी होने से इस प्रकार के कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण भी सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। इसके अलावा दो महिलाएं धूम्रपान करती हैं और इम्यूनोसप्रेसिव दवाओं का अधिक सेवन करती हैं, उन्हें भी सर्वाइकल कैंसर का जोखिम हो सकता है।
वर्तमान रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल लगभग 1.25 लाख महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की पहचान होती है। भारत में इस बीमारी से 75 हजार से अधिक की मृत्यु दर्ज की गई, जो कि दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर के मामलों का 70 फीसदी है। ग्लोबोकैन की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर के 604,100 नए मामलों का पता चला। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए भारत में पहली स्वदेशी वैक्सीन लॉन्च हुई है। विशेषज्ञों का दावा है कि इस वैक्सीन से कैंसर के गंभीर खतरे और मृत्युदर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।