केंद्रीय दल पहुंचा जांजगीर-चांपा : जिले में संचालित जल जीवन मिशन के कार्यों को सराहा

जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़)। भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय नई दिल्ली से जांजगीर-चांपा जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे शिष्यपाल सेठी एवं बुंगा कृष्णा किशोर ने जिले में जेजेएम के तहत किये गये कार्यां की सराहना की। केन्द्रीय दल ने घरों में बनाने गए स्टैएड पोस्ट और पांनी टंकी की गुणवत्ता पर संतुष्टि जताते हुए अन्य राज्यों की तुलना में जिले में किये गये कार्य को बेहतर बताते हुए जिले की प्रशंसा की। केन्द्रीय दल के सदस्यों ने कलेक्टर  तारन प्रकाश सिन्हा से कार्यालय में मुलाकात कर जल जीवन मिशन के कार्यां को बेहतर बताते हुए सराहा।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता व्ही के उरमलिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत सभी घरों में नल कनेक्शन देकर पानी आपूर्ति की सुविधा उपलब्घ कराई जा रही है। जिले के अधिकांश गांवों में पानी टंकी निर्माण कर नल कनेक्शन बिछाकर लोगो के घरों में स्टैण्ड पोस्ट बनाये गये हैं। भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय नई दिल्ली के शिष्यपाल सेठी एवं बुंगा कृष्णा किशोर इस समय 16 से 22 जनवरी तक जांजगीर-चांपा जिले के दौरे पर हैं। वे जल जीवन मिशन अंतर्गत उपलब्ध कराये गये नल कनेक्शनों तथा अन्य कार्यां का निरीक्षण कर रहे हैं।

उनके द्वारा बम्हनीडीह, अकलतरा विकासखंड अंतर्गत 4-4 और डभरा विकासखंड अंतर्गत 8 गांव का निरीक्षण किया गया। केन्द्रीय दल ने सरपंच व सचिव से चर्चा कर जल वाहिनयों से एफटीके के माध्यम से जल परीक्षण के बारे में जानकारी ली। इस दौरान दल के सदस्यों ने स्वसहायता समूह की महिलाओं, ग्राम पंचायत के जल एवं स्वच्छता समिति तथा पंचायत सदस्यों के साथ बैठक कर पेयजल आपूर्ति सहित इस दिशा अन्य समस्यों के संबंध में चर्चा की।

उन्होंने जिले में जल जीवन मिरून अंतर्गत किये गये कार्यां पर संतुष्टि जताते हुए स्टैण्ड पोस्ट और पानी टंकी निर्माण की गुणवत्ता को बेहतर बताया। केन्द्रीय दल के सदस्यों ने स्थानीय अधिकारियों को जल जीवन मिशन अंतर्गत लंबित कार्यां में प्रगति लाने और जनजागरुकता अभियान चलाकर जल संरक्षण की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यां की पूर्णतः पश्चात ग्राम पंचायतों द्वारा इसका संचालन करने की बात कही। इसके साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर क्षमता विकास तथा लोगो की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।