तृणमूल नेता की हत्या : म्यूजिक के शोर को लेकर विवाद शांत कराना पड़ा महंगा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबारी में दो पक्षों में विवाद रोकने गए तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की हत्या कर दी गई। वारदात मंगलवार को तब हुई जब तेज आवाज में म्यूजिक बजाने को लेकर दो गुटों के बीच हाथापाई हो गई थी। मृत तृणमूल नेता की पहचान अफजल मोमिन (65) के रूप में हुई। पुलिस ने इस सिलसिले में पंद्रह लोगों को हिरासत में लिया है।

पुलिस के अनुसार मंगलवार सुबह पठानपारा गांव का एक समूह मोथाबाड़ी थाना क्षेत्र के मंडलपारा गांव से पिकनिक मनाकर लौटते समय तेज संगीत बजा रहा था।इसका स्थानीय नेता अफजल मोमिन व अन्य ग्रामीणों ने विरोध किया था। इसके बाद हाथापाई हुई थी। मोमिन और कुछ अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया था।

इसके बाद मंगलवार दोपहर में बड़ी संख्या में पठानपारा निवासी डंडे और लाठियों से लैस होकर आए। तभी मोमिन संघर्ष रोकने के लिए बाहर निकले, लेकिन उन पर हमला कर दिया गया। वे होश खो बैठे। ग्रामीण मोमिन को मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर गए, वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

मोमिन के बेटे जहांगीर अली के अनुसार उनके पिता को हृदय रोग की समस्या थी। बहुत तेज आवाज में डीजे बजाने से उन्हें परेशानी हो रही थी, इसलिए उन्होंने विरोध किया था, लेकिन उन्हें धक्का दिया गया और उन पर हमला किया गया, जिससे उनकी मौत हो गई। जहांगीर अली ने मामूम एसके के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

मामूम ने ही पठानपारा के ग्रामीणों का नेतृत्व किया था, जिसने हमला किया। मालदा के पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव ने बताया कि दो गुटों में संगीत बजाने को लेकर युवकों के बीच हाथापाई हो गई थी। मोमिन ने हाथापाई रोकने की कोशिश की। इसी दौरान उसे धक्का दिया गया। धक्के से वह गिर गया और सिर में चोट लगने से उसकी मौत हो गई। 14 अन्य लोगों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

टीएमसी नेता मोमिन की मौत पर बंगाल की राज्यमंत्री सबीना यास्मिन ने कहा कि वे हमारी पार्टी के बहुत सम्मानित नेता थे। उनकी मौत चौंकाने वाली है। दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मोमिन पांच बार स्थानीय ग्राम पंचायत के लिए चुने गए थे। उन्होंने हाल ही में तृणमूल में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी।