नई दिल्ली: कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को कहा कि बैंकों ने उनसे ”6,203 करोड़ रुपये के फैसले के कर्ज के बदले” 14,131.60 करोड़ रुपये वसूले हैं, लेकिन वह अभी भी ‘आर्थिक अपराधी’ बने हुए हैं।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जब तक प्रवर्तन निदेशालय और बैंक कानूनी तौर पर यह नहीं बता सकते कि उन्होंने दो गुना से अधिक कर्ज कैसे लिया है, वह राहत के हकदार हैं।
माल्या ने कहा "ऋण वसूली न्यायाधिकरण ने केएफए (किंगफिशर एयरलाइंस) पर 1,200 करोड़ रुपये के ब्याज सहित 6,203 करोड़ रुपये का कर्ज तय किया। वित्त मंत्री ने संसद में घोषणा की कि ईडी के माध्यम से, बैंकों ने 6,203 करोड़ रुपये के फैसले के मुकाबले मुझसे 14,131.60 करोड़ रुपये वसूल किए हैं। और मैं अभी भी एक आर्थिक अपराधी हूं, जब तक कि ईडी और बैंक कानूनी तौर पर यह नहीं बता देते कि उन्होंने दो गुना से अधिक कर्ज कैसे लिया है, ''मैं राहत का हकदार हूं।''
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में बताया कि ईडी ने अब तक कई बड़े आर्थिक अपराध मामलों में संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें से ₹22,280 करोड़ की संपत्तियां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को हस्तांतरित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि विजय माल्या से संबंधित पूरी ₹14,131.60 करोड़ की संपत्ति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को लौटा दी गई है। अन्य भगोड़ों में नीरव मोदी से ₹1,052.58 करोड़ और मेहुल चोकसी से ₹2,565.90 करोड़ की संपत्ति वसूली गई है।
वित्त मंत्री ने लोकसभा में कहा, “हमने किसी भी आर्थिक अपराधी को नहीं छोड़ा है। यह सुनिश्चित किया गया है कि बैंकों का पैसा उन्हें वापस मिले।”