टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का सड़क हादसे में निधन, मुंबई के पास पालघर में डिवाइडर से टकराई थी कार

मुंबई। टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का सड़क हादसे में निधन हो गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मुंबई से सटे पालघर में यह हादसा हुआ है। एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की कार रविवार को महाराष्ट्र के पालघर में एक डिवाइडर से टकरा गयी।  मिस्त्री मर्सिडीज कार में अहमदाबाद से मुंबई की यात्रा कर रहे थे। इस घटना में कार चालक समेत दो अन्य लोग घायल हो गए। सभी घायलों को गुजरात के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस अधिकारी के अनुसार, ‘‘दुर्घटना अपराह्न लगभग 3.15 बजे हुई। मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई की ओर जा रहे थे। यह हादसा सूर्या नदी पर बने पुल पर हुआ। ऐसा लग रहा है कि यह एक दुर्घटना है।” 54 साल के साइरस मिस्त्री के निधन पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने ट्वीट कर दुख जताया है।

आपको बता दें साइरस मिस्त्री पल्लोनजी मिस्त्री के सबसे छोटे बेटे थे। शापूरजी पलोनजी समूह के मालिक और टाटा समूह के सबसे बड़े शेयर धारक थे।
75 साल की उम्र में जब रतन टाटा ने टाटा समूह के कार्यकारी अध्यक्ष पद को छोड़ा था तो 2012 में वो कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। मिस्त्री 2006 में एक निदेशक के रूप में टाटा समूह के साथ जुड़े थे।  इससे पहले  टाटा कंपनियों के कई अन्य बोर्ड में गैर-कार्यकारी पदों पर उन्होंने सेवा दी थी। मिस्त्री 142 वर्षों के इतिहास में टाटा परिवार के बाहर के दूसरे व्यक्ति थे जिन्होंने समूह का नेतृत्व किया था। हालांकि मात्र चार साल बाद ही उन्हें पद छोड़ना पड़ा था।
अक्टूबर 2016 में, मिस्त्री को नाटकीय ढंग से टाटा संस के अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। बाद में मिस्त्री परिवार समर्थित निवेश फर्मों – साइरस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और स्टर्लिंग इन्वेस्टमेंट्स कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड ने टाटा संस पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) में शिकायत की थी।
मिस्त्री टाटा संस के नामित अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले निर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी शापूरजी पल्लोनजी समूह के प्रबंध निदेशक थे। वह 1991 में एक निदेशक के रूप में शापूरजी पल्लोनजी समूह में शामिल हुए थे।
4 जुलाई 1968 को जन्मे मिस्त्री ने इंपीरियल कॉलेज ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड मेडिसिन, लंदन से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई की थी। उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल से प्रबंधन में मास्टर डिग्री भी हासिल की थी।