
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अपने देश में लोग सबसे ज्यादा भरोसा घर की बनी हुई चीजों का करते हैं। इसमें गुणवत्ता का भरोसा होता है। ग्राहकों को भी सही दाम पर चीजें मिलती हैं और विक्रेताओं को भी अच्छा मुनाफा होता है। हमारी महिलाएं गुणवत्तायुक्त चीजें तैयार तो कर रही थीं लेकिन बाजार तक इनकी सीधी पहुँच नहीं थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सीमार्ट आरंभ करने का निर्णय लिया ताकि समूह की महिलाओं के सुंदर उत्पादों के डिस्प्ले के लिए महत्वपूर्ण जगह मिले। आज दुर्ग में पहला सीमार्ट उद्घाटित हुआ है। एसएचजी की महिलाओं द्वारा बनाई गई सामग्री यहां दिखाई गई है। इनका ब्रांड आज मार्ट में उपलब्ध है। यह बड़ी सफलता है।
यह बातें गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जनपद पंचायत परिसर में सीमार्ट के शुभारंभ के अवसर पर कही। अपने उद्बोधन में गृह मंत्री ने कहा कि अभी मैंने सीमार्ट की सामग्री देखी। आप लोगों की सामग्री की विशेषता होती है कि लोगों को इसकी गुणवत्ता पर संदेह नहीं होता। बाड़ी योजना के माध्यम से जो उत्पादन आप लोग कर रही हैं उनका डिस्प्ले भी यहां किया गया है। मिर्च-मसाले और इनके पावडर ब्रांड नेम के साथ आप लोग विक्रय कर रही हैं। बाजार में लंबे समय तक टिके रहने एवं ठोस लाभ कमाने के लिए अपनी गुणवत्ता पर हमेशा ध्यान देना जरूरी होता है। इसके साथ ही सीमार्ट में सामग्री का भी विस्तार करें। कार्यक्रम को दुर्ग विधायक अरुण वोरा तथा जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी रिवेंद्र यादव ने भी संबोधित किया। इस मौके पर दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल, रिसाली महापौर शशि सिन्हा, जिला पंचायत दुर्ग उपाध्यक्ष अशोक साहू, दुर्ग जनपद अध्यक्ष देवेंद्र कुमार देशमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

