सुचारू रूप से संचालित नहीं हो रहा नेवई का उप स्वास्थ्य केंद्र, कलेक्टर से शिकायत, व्यवस्था सुधारने दिए गए निर्देश

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जनदर्शन में आज नेवई बस्ती के आवेदक ने एक सामूहिक आवेदन प्रस्तुत किया था। जो कि उप स्वास्थ्य केन्द्र नेवईभाठा से संबंधित था। आवेदक ने प्रकरण के अंतर्गत बताया कि वार्ड क्रमांक 32 में स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र शुरूवात में तो सुचारू रूप से संचालित हो रहा था परंतु वर्तमान में उप स्वास्थ्य केन्द्र में अनियमितता पाई जा रही है। अधिकारी और कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुरूप स्वास्थ्य केन्द्र को खोलते और बंद करते हैं, ऐसा आवेदक का कहना है। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी को फोन लगाया और संबंधित मामले का संज्ञान लेने के लिए कहा। कलेक्टर ने कहा स्वास्थ्य सेवाएं नागरिकों के प्राथमिक अधिकार है, इसलिए इसे तत्काल बहाल किया जाए।

कलेक्टर जनदर्शन में एक कृषक ने भी अपना आवेदन लेकर कलेक्टर के समक्ष् प्रस्तुत किया। कृषक ने बताया कि वह बोरेगॉव ग्राम का निवासी है और उसकी कृषि भूमि पर लगा ट्रांसफार्मर विगत कई महीनों से कार्य नहीं कर रहा है। ट्रांसफार्मर के खराब होने के कारण उसे सिंचाई में असुविधा हो रही है और इससे कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है। उसने कलेक्टर से निवेदन किया कि खरीफ की फसल लेने का समय निकट आ रहा है। इसलिए प्रकरण का निराकरण शीघ्र से शीघ्र किया जाए ताकि उसे आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े। कलेक्टर ने प्रकरण को विद्युत विभाग के अभियंता को कार्यवाही के लिए आगे प्रेषित किया और 15 दिनों के अंदर ट्रांसफार्मर को चालू करने के लिए निर्देशित किये।
कलेक्टर के समक्ष एक आवेदक अपनी जमीन की सीमांकन का मामला लेकर भी पहुंचा था। जिसमें तहसीलदार द्वारा राजस्व निरीक्षक को भूमि के नापजोक के लिए आदेश पारित करने के बाद भी सीमांकन नहीं हो पा रहा था। कलेक्टर ने मामले का संज्ञान लेते हुए राजस्व न्यायालय दुर्ग के संबंधित अधिकारी को विधि अनुरूप कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया।
इसके अलावा जनदर्शन में एक और मामला रहवासी इलाके में जनसमस्या को लेकर आया था। जिसमें पटरी पार साईं नगर क्षेत्र में सड़क व नाली निर्माण के लिए आवेदक ने अपना आवेदन प्रस्तुत किया। उसने बताया कि क्षेत्र में पानी निकासी की समस्या है, इसलिए लेवलिंग को ध्यान में रखकर नालियों का निर्माण किया जाये ताकि आने वाले समय में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके अलावा आवेदक ने सड़क के रिपेयरिंग की बात कही। कलेक्टर ने प्रकरण को नगर निगम के संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया और प्रकरण पर उचित कार्यवाही करने के लिए कहा।

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