दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शराबखोरी के दौरान एक युवक को अपने दोस्तों के साथ चोरी में बड़ा हाथ मारने का झूठ बोलना काफी मंहगा पड़ा, दोस्तों ने चोरी की इस रकम को हासिल करने युवक की बेदम पिटाई कर दी। जिसके बाद शव को छिपाने के लिए उसे नाला में फेंक दिया। अंधे कत्ल की इस वारदात को सुलझाने में पुलिस को लगभग सवा माह लगा लेकिन अंततः आरोपियों को दबोच लिया गया। साथी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार4 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि ग्राम सोमनी के तेलहानाला से बीती 29 सितंबर को भिलाई-3 पुलिस द्वारा एक युवक का शव बरामद किया गया था। जिसके दोनो पैर को शर्ट फाड़ कर बंधे हुए थे। प्रथम दृष्टया मामला का हत्या का प्रतीत हो रहा था, लेकिन युवक की शिनाख्त नही हो पाई थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये एसएसपी बद्रीनारायण मीणा के मार्ग दर्शन में, एएसपी सिटी संजय ध्रुव, सीएसपी पुरानी भिलाई विश्वास चन्द्राकर के दिशा निर्देशन में मृतक की शिनाख्त का प्रयास प्रारंभ किया गया। इसी दौरान सूचना मिली कि शव बरामदगी के 3-4 दिन पहले विश्वबैंक कालोनी मिलाई 03 के खण्डहर में एक अज्ञात व्यक्ति को पुरैना का रहने वाला उमेश नाग उर्फ मोटू अपने अन्य साथी रोहित तांडी, सौरन यादव एवं किर्तन सिन्हा के साथ मारपीट कर रहे थे। संदेह के आधार पर चारों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। जिसमें हत्या की इस वारदात का खुलासा हुआ। युवकों ने बताया कि मृतक शांतिपारा भिलाई 03 का रहने वाला दीपू उर्फ सत्यम चौहान है। जो उमेश नाम का पूर्व का परिचित था। 25 सितंबर की को रात 02.30 बजे उमेश और दोनो विश्वबैंक कालोनी के खण्डहर में गये। जहां उमेश ने अपने अन्य तीन साथी रोहित तांडी, किर्तन सिन्हा और सौरभ यादव को शराब पीने के लिए बुलाया। पांचो लोग आपस में बैठकर शराब पीये उसी दौरान मृतक दीपू उर्फ सत्यम चौहान बोला कि मैंने एक जगह चोरी किया हूँ। जहां से 14 करोड़ की संपत्ति हाथ लगी है। यह सुनते ही अन्य युवक लालच में आ गए और दीपू से रकम कहाँ पर रखी है पूछने लगे। नहीं बताने पर युवकों ने उसके साथ मारपीट करना प्रारंभ कर दी। पेड़ की डाली को तोड़कर सिर, गले, पेट, हाथ, पैर एवं गर्दन के पास गंभीर वार किए जिससे दीपू उर्फ सत्यम की मौके पर ही मृत्यु हो गई। जिसके बाद वारदात पर पर्दा डालने सौरभ यादव अपने पड़ोस के रहने वाले रूद्रा सिंह राजपूत के घर गया और मां की तबियत खराब होने का हवाला देकर अस्पताल ले जाने के बहाने उसकी वेगनार कार क्रमांक सीजी 04 एच 5279 को ले लिया। कार में शव को रखकर आरोपी सोमनी तेलहानाला पहुंचे, जहां शव को फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पेड की डाली व अन्य सामान जब्त कर लिया है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ दफा 201, 302 के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। अंधे कत्ल की इस वारदात का खुलासा करने में टीआई विनय सिंह बघेल, एसआई प्रकाश शुक्ला, एएसआई राजेश पाण्डेय, कांस्टेबल राकेश सिंह, संदीप सिंह, कृष्णा सिंह, विजय सिंह, हरीश राव, राजेश चन्दौल की सराहनीय भूमिका रही है।

