कवर्धा के राजाबाड़ा में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, चोरी की नियत से घुसे थे आरोपी

कवर्धा (छत्तीसगढ़) जयराम लोधी। कबीरधाम के ग्राम इंदौरी स्थित योगेश्वर राज के कृषि फार्म में हुए अंधे कत्ल की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है। आरोपी चोरी की नियत से फार्म हाउस में घुसे थे और मृतक जाग जाने के कारण पकड़े जाने के भय से इस वारदात को अंजाम दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने 4 नाबालिगों सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जें से चुराए गए समान व मृतक की छीनी गई सोने की चैन व नगदी के साथ हत्या प्रयुक्त हथियार जब्त कर लिया गया है।

हत्या की यह वारदात 26-27 अगस्त की दरम्यानी रात को हुई थी। ग्राम इंदौरी के योगेश्वर राज के कृषि फार्म हाउस में विश्वनाथ नायर की हत्या व लूट की सूचना पर थाना पिपरिया पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्षन पर स्नाईफर डॉग, एफएसएल की टीम व सायबर टीम व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने घटना स्थल का मुआयना किया। जिसके बाद आरोपियों की पतासाजी के लिए टीम का गठन किया गया था। पतासाजी के लिए ग्राम कोसमंदा, जिन्दा, इंदौरी और मिरमिटटी में मुुखबिर लगाये गये थे। इनसे सूचना मिली कि कुछ लड़के गांजा के नशे में राजा बाड़ा में घटित घटना के बारे में चर्चा कर रहे है व घटना से वाकिफ होना बता रहे है।

जिस पर तत्काल गठित टीम ने कार्यवाही करते हुये ग्राम मिरमिटटी के प्रेमलाल सिन्हा को घेराबंदी कर पूछताछ किया गया। जिसने बताया कि वह अपने अन्य चार साथियो के साथ राजाबाड़ा इंदौरी में लूट करने की नीयत से गये थे। जहां से दो बोरी अरहर व सबमसर्बिल पम्प को लेकर बाहर निकल गए। जिसके बाद आरोपी प्रेमलाल ने पुनः सामान लूटने की योजना बनाई और सभी को साथ लेकर अंदर घुस गया। इसी दौरान एक कमरे में सो रहे विश्वनाथ नायर की नींद खुल गई और वह शोर मचाने लगे। पकड़े जाने के डर से आरोपी ने अपने साथ लाये हुये लोहे के राड से उनके सिर पर वार कर दिया। जिससे मृतक अचेत होकर गिर गया, इतने में सभी को इस बात का डर हो गया कि वो हम लोगो को पहचान लिया है। जिन्दा रहा तो इस डर से बाकी अन्य लोगो ने भी उसी राड से बारी बारी हमला किया। उसके बाद आरोपियो द्वारा मृतक के गले के सोने की चैन व नगदी रकम, मोबाईल फोन तथा कमरे से कार की चाबी व मेन चैनल गेट में लगे ताले की चाबी व अन्य चाबी को लेकर बाहर निकले। जहां पोर्च में रखी कार से शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई, लेकिन कार कीचड़ में फंस जाने के कारण नही ले जा पाये।
अंधे कत्ल की इस वारदात का खुलासा करने में एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे के नेतृत्व में डीएसपी मोनिका सिंह परिहार, पिपरिया थाना टीआई कौशल किशोर वासनिक, चौकी प्रभारी दशरंपु, एसआई बृजेश सिन्हा व सायबर सेल टीम व गठिम टीम से एसआई पीएस ठाकुर, एएसआई शिवसेवक वर्मा, शुक्ला, हेड कांस्टेबल अनित मंडावी, शैलेन्द्र चंद्रवंशी, कांस्टेबल युगल वर्मा, राजेश जायसवाल, नारायण पटेल, विजय चंद्रवंशी, आकाश राजपूत, देंवनारायन, मनीष, शमशेर खान की सराहनीय भूमिका रही।