दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि भाजपा का असली चरित्र, चाल व चेहरा अब सभी को समझ में आने लगा है। जिसका परिणाम है कि एनडीए के सभी सहयोगी दल अब उससे अलग होने लगे है। एनडीए के सबसे बड़े दल शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ा, फिर शिरोमणी अकाली दल और अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने किनारा कर लिया है। जल्द ही नितिश कुमार भी भाजपा का साथ छोड़ देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह यहां पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। वे पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मोतीलाल वोरा के निवास पर श्रद्धांजली देने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के समर्थन में एनडीए के दो घटक दलों ने किनारा कर लिया है। उसी तरह एक न एक दिन नीतीश कुमार का भी एनडीए से मोहभंग होगा और वे जल्द ही एनडीए का साथ छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अलग है। जिस तरीके से पूरे देश में किसान बिल को लेकर जब हर जगह विरोध हो रहा है। इसके बावजूद मोदी सरकार अडियल रवैया अपनाए हुए है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को यह रवैया छोड़ देने की सलाह देते हुए कहा कि इसीमें किसानों का हित है। यदि मोदी सरकार अपना अडिय़ल रवैया नहीं छोड़ा तो खामियाजा उन्हें भविष्य में भुगतना पड़ेगा। मध्यप्रदेश में शासित भाजपा सरकार के संबंध में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अहम और अंहकार से भरे हुए है। प्रदेश की बीजेपी सरकार अपने पतन की ओर जा रही है और जल्द ही इसका पतन होगा। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि यह सब भाजपा पैसे के बल पर करवा रही है।
कांग्रेस को नुकसान पहुंचाना संभव नहीं
कांग्रेस एक ऐसी संस्था है जिसे चाहे विपक्ष या कोई भी देश विरोधी ताकतें जितना भी ताकत लगा ले नुकसान नहीं पहुंचा सकती। कांग्रेस अपने आप में एक संस्था है और एक विचार है, जिसे कभी समाप्त नहीं किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ में किसान हुए समृद्ध
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार द्वारा किएजा रहे कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी हिंद स्वराज की संरचना को साकार किया है। दो वर्ष के कार्यकाल में भूपेश बघेल ने तीज त्यौहारों को महत्व देकर के किसान व सर्वहापा वर्ग के हित में कार्य किए है। छत्तीसगढ़ का किसान खुशहाल हुआ है। आज उसकी जेब में पैसा है, जिसका परिणाम है कि छत्तीसगढ़ की जीडीपी दर अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है।