दुर्ग (छत्तीसगढ़)। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा 7 दिसंबर को ऑनलाईन पद्धति से आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में प्रविष्ट होने वाले 151 शोधार्थी 2 दिसंबर से अपने एडमिशन कार्ड दुर्ग विश्वविद्यालय की वेबसाइड डाउनलोड कर सकते हैं। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि कोर्स वर्क परीक्षा 2020 के आयोजन से पूर्व शोध छात्र-छात्राओं की सुविधा हेतु एक मॉक टेस्ट का आयोजन दिनांक 2 दिसंबर को प्रात: 10.30 से 11.30 तक ऑनलाईन रूप से आयोजित किया जायेगा। क्योंकि यह कोर्स वर्क की ऑनलाईन परीक्षा में शोधार्थी प्रथम बार प्रविष्ट हो रहे हैं। अत: उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा अथवा कठिनाई से बचाने हेतु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह मॉक टेस्ट आयोजित किया जा रहा हैं।
परीक्षा के उपकुलसचिव, डॉ. राजमणि पटेल के अनुसार 2 दिसंबर को प्रात: 10.30 बजे आयोजित होने वाली पीएचडी कोर्स वर्क मॉक टेस्ट परीक्षा में शामिल होने वाले प्रत्येक शोधार्थी को अपने मोबाइल अथवा कम्प्यूटर पर गूगल प्ले स्टोर में जाकर हायर मी एप डाउनलोड करना होगा। इस एप को खोलने पर टेस्ट इन नामक आइकॉन को क्लिक करने पर परीक्षार्थी अपनी परीक्षा में प्रविष्ट हो सकेंगे। डॉ. पटेल ने बताया कि मॉक टेस्ट एवं पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा संबंधित समस्त जानकारी दुर्ग विश्वविद्यालय द्वारा बनाये गये शोधार्थी के व्हाटसप ग्रुप में भी उपलब्ध होगी।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डॉ. सी.एल. देवांगन ने बताया कि पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा 2020 दो चरणों में आयोजित होगी। प्रथम चरण में 7 दिसंबर को ऑनलाईन लिखित परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होगी। शोधार्थी को पचास प्रश्न हल करने होंगे। द्वितीय चरण में शोधार्थी को अपने शोध के विषय से संबंधित प्रोजेक्ट वर्क की तीन प्रतियां हार्ड कॉपी मौखिक प्रस्तुतिकरण के दौरान जमा करना अनिवार्य है। मौखिक प्रस्तुतिकरण हेतु विषयवार तीन केन्द्र बनाये गये है। इनमें हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, परिसर, दुर्ग, शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशामी महाविद्यालय, दुर्ग तथा शासकीय कन्या महाविद्यालय, जेल रोड, दुर्ग को केन्द्र बनाया गया है। मौखिक प्रस्तुतिकरण की विस्तृत जानकारी शोधार्थियों के व्हाटसप ग्रुप में उपलब्ध होगी। शोधार्थी को लिखित एवं मौखिक प्रस्तुतिकरण दोनों परीक्षाओं में पृथक-पृथक उत्तीर्ण होना आवश्यक हैं। मौखिक प्रस्तुतिकरण के दौरान तीनों केन्द्रों में शोधार्थियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है। बिना मास्क पहने किसी भी शोधार्थी को परीक्षा की अनुमति नहीं दी जायेगी।