दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ठगड़ा बांध के सौंदर्यीकरण में बाधक बने कब्जाधारियों ने आज भी अपना कब्जा छोडने से इंकार कर दिया। नगर निगम द्वारा बोरसी में पीएम आवास आवंटन के बाद भी करीब 100 लोगों ने अब भी ठगड़ा बांध काबिज है। इन कब्जाधारियों को शनिवार को बलपूर्वक बेदखल का प्रयास किया गया। इस पर कब्जाधारी हुज्जत पर उतर आए। हालांकि अफसरों की सख्ती के सामने उनकी नहीं चली। अंतत: छठ पूजा तक मोहलत और खुद कब्जा खाली कर देने के लिखित शर्त पर निगम का अमला लौट आया। निगम कमिश्नर ने तय तिथि तक कब्जा खुद खाली नहीं करने पर बलपूर्वक बेदखली की चेतावनी कब्जाधारियों को दी है।
ठगड़ा बांध के सौंदर्यीकरण के लिए राज्य शासन ने 14 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। इस राशि से ठगड़ाबांध के गहरीकरण कर बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड, गार्डन, मल्टीपरपस हाल, वाटर व्यू, मैरिज पैलेस बोटिंग और आइलैंड विकसित किया जाना है। इसमें ठगड़ा बांध के भीतर मरोदा रेलवे क्रांसिंग के समीप अवैध कब्जा बाधक बन रहा है। निगम प्रशासन द्वारा ठगड़ा बांध से अवैध कब्जा हटाकर सौंदर्यीकरण करने का प्रस्ताव बनाया गया है। इसी के तहत कब्जाधारियों को कब्जा छोडऩे के एवज में बोरसी में पीएम आवास आवंटित भी कर दिया गया है।
ठगड़ाबांध के कब्जाधारियों को कब्जा छोडऩे के एवज में बोरसी में मकान आवंटित कर तीन बार नोटिस जारी किया जा चुका है। नोटिस के साथ ही निगम प्रशासन द्वारा कब्जाधारियों को आवेदन की मोहलत भी दी गई थी, लेकिन कोरोना व दूसरे कारणों से कार्रवाई लगातार टलता रहा। इधर सौंदर्यीकरण का काम भी शुरू हो गया है, लिहाजा शनिवार को बेदखली की कार्रवाई शुरू की गई।
ठगड़ा बांध के किनारे रेलवे क्रांसिंग के किनारे करीब 100 परिवार अब भी है जिनका अवैध कब्जा है। इन परिवारों का कब्जा स्थल पर बड़े पक्के आवास है। इसके अलावा अधिकतर लोगों ने पेड़ों की नर्सरी लगाकर बड़े जगहों पर कब्जा कर रखा है। जानकारों की माने तो बड़े कब्जाधारी किसी तरह कीमती जमीन पर कब्जा बरकरार रखना चाह रहे हैं।
इधर नगर निगम ने ठगड़ा बांध के सौंदर्यीकरण का काम शुरू करा दिया है। इसके लिए ठगड़ा बांध के बंड को काटकर पानी खाली कराया जा रहा है। बांध के चारों ओर चाहरदीवारी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।

