रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही गायों की मौत ने शासन व प्रशासन की चिंताएं बढा दी है। गायों की मौत का कारण भूख-प्यास और बीमारी होना बताया जा रहा है। वहीं बारिश के चलते कीचड़ या बाढ़ में फंसने से भी कुछ गायों की मौत होने की जानकारी सामने आई है।
बता दें कि राज्य सरकार गाय व मवेशियों के सुरक्षा व संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। राज्य में रोका-छेका, गोधन न्याय योजना, गौठान समिति सहित गौवंश के संरक्षण और संवर्धन भी शुरू किया गया है। बावजूद इसके लगातार गायों की मौत हो रही है। गायों की मौत चिंता का विषय बनी हुई है। गौठनों में गायों की मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।
जानकारी में बताया गया है कि जांजगीर चांपा में 2 दिनों में 13 गायों की मौत हो चुकी है। शनिवार को भी जांजगीर-चांपा के करीब कुरदा गांव में भूख-प्यास से 2 गायों की मौत हुई है, जबकि दर्जन भर गायों को स्कूल में रखकर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा इलाज किया जा रहा है। 28 अगस्त को भी जिले में 11 गायों की जान गई थी।
बलौदा बाजार में भी भूख और बारिश के कारण 6 गायों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। मामला तिल्दा विकासखंड के छतौद और मोहगांव के गौठान का है। यहां अब तक कुल 10 गायों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद अब गौठानों में रखी गई सभी गायों को खुला छोड़ दिया गया है।