दुर्ग (छत्तीसगढ़)। लगातार बारिश से शंकर नाला में उफान के बाद निगम प्रशासन को शंकर नाला की सुध आई है। अब नाला की पानी निकासी व्यवस्था को बेहतर करने कवायद की योजना निगम प्रशासन द्वारा बनाई जा रही है। इसके लिए भरी बरसात में नाला पर काबिज बेजा कब्जाधारियों की बेदखली के लिए नोटिस जारी किया गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि 16 सितंबर से बेदखली अभियान प्रारंभ किया जाएगा। निगम प्रशासन के इस अदूरदर्शी निर्णय से जनाक्रोश भड़कने की संभावना बन गई है।
आपको बता दें कि प्रायः बरसात आने से पहले निगम द्वारा शहर की बड़ी नालियों व नाला से पानी निकासी की पुख्ता व्यवस्था की जाती है, लेकिन दुर्ग निगम प्रशासन इस ओर से उदासीन बना रहा। अब अनवरत बारिश से नाला में उफान आने पर इस पर विचार किया जा रहा है।
इस संबंध में एसडीएम खेमलाल वर्मा व निगम कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन की उपस्थिति में बैठक की गई। बैठक में बताया गया कि संतराबाड़ी से लेकर दुर्गा चौक होते हुये उरला तक नाला का निर्माण कार्य बचा हुआ है। नाला के इन जगहों में जितने भी अतिक्रमण हैं उन्हें 16 सितंबर से हटाने की कार्यवाही करने निर्देश दिये गये है। बैठक में में एडीएम खेमलाल वर्मा, तहसीलदार पार्वती पटेल, निगम अधिकारी जगदीश केशरवानी, ए. आर. रहंगडाले, गिरीश दीवान व अन्य उपस्थित थे ।
निगम प्रशासन ने बताया है कि संतराबाड़ी गुरुद्वारा के पास से लेकर शदाणी नगर होते हुये पाटणकर कालोनी, से होकर श्रीशिवम के पीछे से लेकर शंकर नगर दुर्गा चौक होते हुये विजय नगर से आगे उरला तक नाला का सीमांकन तहसीलदार पटवारी द्वारा किया गया है । श्रीशिवम के पीछे नाला का निर्माण किया जा चुका है उसके आगे दुर्गा चैक से होकर उरला तक नाला का निर्माण किया जाना शेष है। अतिक्रमणों के कारण नाला निर्माण कार्य रुका हुआ था। संतराबाड़ी से दुर्गा चैक शंकर नगर होकर उरला तक सीमांकन के बाद जिनका भी अतिक्रमण नाला भाग में अतिक्रमण है उन्हें सूचना नोटिस जारी कर निर्देशित किया जावेगा कि वे 15 सितंबर तक अपना अतिक्रमण नाला भाग से हटा लेवें। क्योंकि 16 सितंबर से जिला प्रशासन, पुलिस बल, व निगम की संयुक्त टीम अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही प्रारंभ करेगें।