रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मशहूर शायर डॉ. राहत इंदौरी के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि डॉ. राहत इंदौरी ने उर्दू शायरी की अपनी विशिष्ट शैली से लोगों के दिलों पर राज किया। उनका निधन उर्दू साहित्य और शायरी की अपूरणीय क्षति है। डॉ. इंदौरी देश-दुनिया में आयोजित होने वाले मुशायरों एवं कवि सम्मेलनों में श्रोताओं के पसंदीदा शायर थे। साहित्य जगत में डॉ. इंदौरी की कमी हमेशा महसूस की जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने ईश्वर से डॉ. राहत इंदौरी की आत्मा की शांति और उनके परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की है।
आपको बता दें कि कोविड-19 से संक्रमित 70 साल के मशहूर शायर राहत इंदौरी का आज इंदौर के अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) में इलाज के दौरान निधन हो गया। यहां के जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि इंदौरी हृदय रोग, किडनी रोग और मधुमेह जैसी पुरानी बीमारियों से पहले से ही पीड़ित थे।
70 वर्षीय शायर ने मंगलवार सुबह खुद ट्वीट कर अपने संक्रमित होने की जानकारी दी थी। इंदौरी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा था कि दुआ कीजिये (मैं) जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं। सैम्स के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने बताया, इंदौरी के दोनों फेफड़ों में निमोनिया था और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था।