नई दिल्ली: राजस्थान में जारी सियासी संग्राम अब जहाँ कोर्ट में पहुँच गया है वहीं इस पूरे मामले में आज पहली बार राज्य बीजेपी की सबसे बड़ी नेता का बयान सामने आया है। राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कांग्रेस पार्टी द्वारा बीजेपी नेताओं पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाने को कहा कि कांग्रेस अपने घर की लड़ाई में बीजेपी को ना घसीटे, राजे ने ट्विटर पर बयान जारी कर कहा कि “यह दु्भाग्यपू्र्ण हैं कि राजस्थान की जनता को कांग्रेस की अंदरुनी कलह की क़ीमत चुकानी पड़ रही है।”
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने लिखा, “ऐसे समय में जब राज्य में कोरोनावायरस के चलते 500 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और इस संक्रमण के कारण बीमार लोगों की संख्या 28500 के पार पहुँच गई है। ऐसे समय में जब किसानों की खेती पर टिड्डियों की हमला हो रहा है। ऐसे समय में जब राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार चरम पर है। ऐसे समय में जब राज्य में बिजली का भीषण संकट देखने को मिल रहा है। अभी तो मैंने कुछ ही समस्याओं को गिनाए हैं जिनका राजस्थान की जनता सामना कर रही है। इसमें बीजेपी को बीच में खींचना और बीजेपी नेताओं पर कीचड़ उछालने का कोई मतलब नहीं है।”
हम आपको बता दें कि राजस्थान में जारी सियासी संग्राम अब हाईकोर्ट में पहुँच गया है। सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों को कांग्रेस की ओर से अयोग्य ठहराए जाने सम्बंधी नोटिस पर चुनौती देने वाली याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सोमवार को फिर से सुनवाई की जाएगी। नोटिसों पर प्रस्तावित कार्यवाही मंगलवार तक बढ़ा दी गई है। मामले में अगली सुनवाई सोमवार 10 बजे जारी रहेगी।सचिन पायलट और उनके सहयोगी बागी विधायक यह कहते हुए मामले को कोर्ट ले गए थे।
विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच चल रही है। कांग्रेस की ओर से ऑडियो टेप जारी किया गया और दावा किया है कि इसमें मौजूद आवाज़ कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की है। राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को एसओजी की टीम मानेसर स्थित रिसॉर्ट पहुँची थी। कहा जा रहा था कि इस रिसॉर्ट में ही बागी विधायकों को रखा गया है। इनमें भंवरलाल शर्मा भी हैं। सूत्रों के मुताबिक, एसओजी टीम को इस होटल में पायलट खेमे के बागी विधायक नहीं मिले हैं।