नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की शीर्ष परिषद इस बात पर लगभग तैयार हो गई है कि ऑस्ट्रेलिया में इस साल अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित टी-20 विश्व कप के स्थगित होने की स्थिति में इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) को सितंबर-अक्टूबर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराया जाएगा। हालांकि इस पर आधिकारिक फ़ैसला आइपीएल गवर्निग काउंसिल टी-20 विश्व कप पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के अंतिम निर्णय के बाद लेगी।
2014 में बीसीसीआइ यूएई में आइपीएल के आधे सत्र का आयोजन करवा चुका है। यूएई से भारत सहित अधिकतर देशों की कनेक्टिविटी अच्छी है जिससे इसमें भारत सहित अन्य देशों के खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ आसानी से पहुँच सकते हैं। यूएई में क्वारंटाइन का समय भी अन्य देशों की अपेक्षा कम है। चाहे बात मेडिकल सुविधाओं की हो या आइपीएल के पिछले अनुभव की, सभी बातें यूएई के पक्ष में जाती हैं।
बीसीसीआइ की शीर्ष परिषद की सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक करीब चार घंटे तक चली और इसमें 11 सूत्रीय एजेंडे पर चर्चा हुई। हालांकि आश्चर्य की बात यह है कि आइपीएल, घरेलू क्रिकेट के आयोजन, भविष्य दौरा कार्यक्रम और बिहार क्रिकेट सहित किसी भी मुद्दे पर शीर्ष परिषद कोई फ़ैसला नहीं ले सकी। इसमें सभी लोग इस बात पर सहमत हुए कि कोरोना के कारण अप्रैल-मई में नहीं हो सके आइपीएल को सितंबर-नवंबर में यूएई में कराया जाए। हालांकि इस पर भी आधिकारिक फ़ैसला नहीं हो सका।
आइसीसी पहले ही टी-20 विश्व कप को स्थगित करने के फैसले को लेकर बैठक कर चुकी है, लेकिन उसने अंतिम फ़ैसला नहीं लिया है जिससे बीसीसीआइ नाराज भी है और उसे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय संस्था जानबूझकर इसे लटका रही है। आइसीसी के मुताबिक वह सही समय पर सही फ़ैसला लेना चाहती है। ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चेतावनी जारी हो चुकी है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने जून में कहा था कि टी-20 विश्व कप की तैयारियों के बारे में इस वर्ष सोचना एक तरह से काल्पनिक बात है। एडिंग्स को संदेह है कि महामारी के दौर में 16 टीम की मेजबानी करना वास्तविक तौर पर सही नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड में इंग्लिश और कैरेबियाई टीम के बीच शुरू हुई टेस्ट सीरीज से अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो चुकी है।