दुर्ग विश्वविद्यालय में असाइनमेंट से परीक्षा, युवा कांग्रेस ने लगाए सवालिया निशान, प्रक्रिया सुधारने कुलपति को सौंपा ज्ञापन

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। युवा कांग्रेस द्वारा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा सभी कक्षाओं के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं असाइनमेंट के माध्यम से कराए जाने पर सवालिया निशान लगाया गया है। इस प्रक्रिया में कई व्यवहारिक त्रुटियाँ होने का हवाला देते हुए दुर्ग जिला युवा काँग्रेस के जिला महासचिव आयुष तिवारी ने कुलपति को ज्ञापन सौंपकर प्रक्रिया में सुधार करने की माँग करते हुए सुझाव दिए है।
प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति को बताया कि पहली समस्या तो यही है कि क्या विश्वविद्यालय के सभी प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं तक सूचना समय पर दी जा सकेगी क्योंकि कई छात्रों के नंबर पर संपर्क नही हो पा रहा है। वहीं कुछ छात्रों के नंबर बंद आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि दूसरी समस्या यह है कि यदि असाइनमेंट के प्रश्न काॅलेज अपनी वेबसाइट में डालते हैं तो सभी छात्र-छात्राएँ एंड्राइड फोन इस्तेमाल नहीं करते, या काॅलेज यदि प्रश्न नोटिस बोर्ड पर लगाएँ या छात्रों को प्रश्न लेने काॅलेज आना पड़े या इस काम के लिए वो नेट कैफे जाएगें तो उन्हें कोरोना संक्रमण की संभावना हो सकती है।
उन्होंने तीसरी समस्या का जिक्र करते हुए बताया कि कुछ काॅलेज अनुसार असाइनमेंट को पीडीएफ व लिखकर दोनों फार्मेट में माँग रहे थे, जिन्हें पीडीएफ फाइल बनाना ना आता हो, तो वे फिर कंप्यूटर सेंटर जायेंगे, क्या यह गरीब छात्र-छात्राओं पर अतिरिक्त बोझ नहीं है, जबकि सभी छात्रों से विश्वविद्यालय 1600 रूपए परीक्षा फीस ले चुका है।चौथी समस्या यह है कि सिर्फ 10 दिन के अल्पकाल में इसका क्रियान्वन महाविद्यालय व छात्रों दोनों के लिए संभव नहीं होगा। पाँचवी समस्या के संबंध में बताया गया कि जब माॅडल एक्जाम जनवरी-फरवरी में लिया जा चुका है और उसका परिणाम विश्वविद्यालय को भेजा जा चुका है तो उसी आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित क्यों नहीं किया जा रहा। साथ ही जो छात्र जिले या राज्य के बाहर हैं उन्हें समय बहुत कम मिल पायेगा व इस तरह असाइनमेंट के माध्यम से उचित मूल्यांकन संभव नहीं है।
इन सभी बातों के मद्देनजर युवा काँग्रेस की ओर से आयुष तिवारी, अंकुश पिल्ले, गुरदीप सिंह भाटिया, भास्कर दुबे  प्रभात भगत, आदित्य मिश्रा और दिव्यप्रकाश नें विश्वविद्यालय पहुँचकर कुलपति अरूणा पाल्टा से मुलाकात की व ज्ञापन सौंपते हुए अपनी ओर से सुझाव दिए जिस पर कुलपति महोदया नें सुझाव को स्विकार किया व असाइनमेंट द्वारा मूल्यांकन में हर संभव सुधार का आश्वासन दिया।